BJP के ‘मोदी का परिवार’ मुहिम पर लालू यादव का पलटवार, सियासी विवाद के बीच आयी ये प्रतिक्रिया..

पीएम मोदी के लिए की गयी टिप्पणी पर छिड़े सियासी बवाल के बीच लालू यादव की प्रतिक्रिया आयी है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | March 7, 2024 9:44 AM
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लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अब राजनीतिक दलों की तैयारी तेज हो गयी हैं. इस बीच चुनावी रैलियों से अपने प्रतिद्वंदियों पर प्रहार और पलटवार का सिलसिला भी शुरू हो गया है. इसी क्रम में पीएम मोदी ने जब परिवारवाद पर हमला बोला तो राजद सुप्रीमो लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार को लेकर सवाल खड़े कर दिए. पीएम मोदी के हिंदू होने पर भी प्रश्नचिन्ह लगाए. जिसके बाद पीएम मोदी समेत पूरे भाजपा कुनबे ने लालू यादव पर बयानों के जरिए हमले शुरू किए. वहीं लालू यादव ने अपने बयान को लेकर छिड़े विवाद पर प्रतिक्रिया दी है.

‘मोदी का परिवार’ मुहीम पर लालू का पलटवार

भाजपा ने ‘मोदी का परिवार’ मुहीम इन दिनों चलाया है. भाजपा के तमाम मंत्रियों व कद्दावर नेताओं ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खुद को मोदी का परिवार बताया है. रैलियों में इसे लेकर नारे लग रहे हैं. ये सबकुछ राजद सुप्रीमो लालू यादव की एक टिप्पणी के बाद भाजपा की ओर से शुरू की गयी. वहीं इसे लेकर राजद प्रमुख ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि जब बचाव में सबने शुरू कर दिया है कि मैं मोदी का परिवार हूं तो मैंने कहा कि मृत्यु के बाद मुंछ, बाल वगैरह छिलवाया जाता है. पहले सब छिलवाएं तब मानेंगे कि ये मोदी के परिवार हैं.

अपने बयान पर कायम लालू यादव

लालू यादव ने कहा कि पीएम 140 करोड़ जनता को अपना परिवार बताते हैं तो सबको कहें कि वो बाल मुंडवा लें. बता दें कि लालू यादव ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए जनविश्वास रैली के अपने संबोधन में पीएम को निशाने पर लिया था. उनकी माता के निधन को लेकर सवाल खड़े किए थे कि पीएम ने अपने बाल क्यों नहीं मुंडवाए. लालू यादव ने कहा था कि ये हिंदू नहीं हैं. लालू यादव ने कहा कि हमने कुछ गलत नहीं कहा है. जनता सब देख रही है.

पीएम महंगाई, गरीबी पर बात करने में शर्माते हैं : लालू प्रसाद

राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब-जब बिहार आते हैं. तब-तब वे नौकरी, बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी, विशेष राज्य का दर्जा आदि पर बात करने में भी शर्माते हैं. लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ने और लोगों से रटी-रटाई बातें दोहराने के दौरान वो यह भूल जाते हैं कि भाजपा 10 साल से केंद्र में तथा 15 साल से बिहार में सत्ता में है.

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