राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद नौ मही बाद शुक्रवार को पटना पहुंच गए. कार्यकर्ताओं ने पटना एयरपोर्ट पर उनका शानदार स्वागत किया. लालू प्रसाद भी अपने अंदाज में कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया. सिंगापुर में सफल किडनी ट्रांसप्लांट के बाद वे अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास पर रह रहे थे.लालू प्रसाद सिंगापुर से दिल्ली आने के बाद डॉक्टरों की सीधी निगरानी में थे. उनकी अनुमति मिलने के बाद वे पटना पहुंचे हैं.
लालू प्रसाद यादव के पटना आने के बाद बिहार का सियासी तापमान बढ़ गया है. बिहार की राजनीति में क्या बदलाव होगा? इसकी चर्चा तेज हो गई है. इसकी एक बानगी तो पार्टी में हाल में हुए फेर बदल में देखने को मिली. कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद के निर्देश पर राजद की नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया गया है. इसको लेकर पार्टी के अंदर नाराजगी का दौर भी चल रहा है. सूत्रों का कहना है कि प्रवक्ताओं की लिस्ट से विधायक भाई वीरेंद्र की छुट्टी पार्टी में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है. वो अपनी नाराजगी जाहिर तो नहीं कर रहे, लेकिन,उनकी नाराजगी दिख जरुर रही है. ऐसे ही पार्टी के कई और नेता हैं. ऐसा माना जा रहा है कि ये अपनी पीड़ा लालू प्रसाद के सामने रखेंगे.
लालू प्रसाद यादव के पटना आने पर सियासी गतिविधियां भी तेज होगी. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि लालू प्रसाद पटना में रहकर नीतीश कुमार की विपक्षी एकता को धार देंगे.नीतीश कुमार के साथ लालू यादव अलग से बैठक कर 2024 में होने वाली लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा करेंगे.सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में लालू और नीतीश यह तय करेंगे कितने दलों को राष्ट्रीय स्तर पर साथ लाना है और उन्हें लोक सभा चुनाव में कितनी सीटें देनी है. इस बैठक के बाद लालू प्रसाद बिहार में महागठबंधन के दलों जेडीयू, कांग्रेस, सीपीआई एम एल, सीपीआई, सीपीएम, ‘हम’ के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक करेंगे और 2024 चुनाव की रणनीति को अन्तिम रुप देंगे.