छठ से पहले सिंगापुर से भारत लौट आयेंगे लालू यादव, राबड़ी देवी के छठ करने को लेकर संशय बरकरार
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव 25 अक्टूबर तक सिंगापुर से देश वापस आ जाएंगे. छठ से पहले लालू प्रसाद के भारत लौटने के बावजूद राबड़ी आवास पर छठ पूजा होने की संभावना नहीं है. राबड़ी आवास के सूत्रों का दावा है कि लालू - राबड़ी परिवार में इस बार भी छठ पूजा को लेकर संशय बना हुआ है.
पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव 25 अक्टूबर तक सिंगापुर से देश वापस आ जाएंगे. छठ से पहले लालू प्रसाद के भारत लौटने के बावजूद राबड़ी आवास पर छठ पूजा होने की संभावना नहीं है. राबड़ी आवास के सूत्रों का दावा है कि लालू – राबड़ी परिवार में इस बार भी छठ पूजा को लेकर संशय बना हुआ है. अब तक छठ को लेकर किसी प्रकार का निर्देश नहीं आया है. ऐसे में कोई तैयारी नहीं की जा रही है.
लालू प्रसाद यादव को 25 अक्टूबर तक देश से बाहर रहने की अनुमति
छठ से पहले लालू यादव के स्वदेश वापस लौटने के सवाल पर बताया गया है कि कोर्ट से लालू प्रसाद यादव को 25 अक्टूबर तक देश से बाहर रहने की अनुमति मिली हुई है. अगर उनका इलाज लंबा चला, तो वे कोर्ट से समय बढ़ाने का अनुरोध भी कर सकते हैं. लालू प्रसाद सिंगापुर में अपनी बेटी रोहिणी के घर पर हैं. उनके इलाज के लिए बड़ी बेटी मीसा भारती और राबड़ी देवी भी अभी सिंगापुर में हैं.
2005 में पहली बार राबड़ी आवास में छठ का आयोजन नहीं हुआ
बिहार में लालू -राबड़ी के घर पर आयोजित छठ को लेकर काफी चर्चा रहती है. काफी लंबे समय तक छठ के मौके पर राबड़ी आवास मीडिया का केंद्र रहा है. वैसे 2005 में पहली बार राबड़ी आवास में छठ का आयोजन नहीं हुआ था. लेकिन पिछले दो वर्षों से लगातार किसी न किसी वजहों से लालू परिवार में छठ पूजा नहीं हो रहा है. इस साल भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं.
पहले राबड़ी देवी गंगाघाट पर छठ किया करती थी
मुख्यमंत्री बनने से पहले राबड़ी देवी गंगाघाट पर छठ किया करती थी. मुख्यमंत्री बनने के बाद सुरक्षा कारणों से मुख्यमंत्री आवास पर ही छठ का आयोजन किया जाने लगा. इस मौके पर लालू-राबड़ी का पूरा परिवार जमा होता था. सभी बेटियां पटना आती थी. बीते 5 वर्षों से राबड़ी आवास पर छठ पर्व नियमित रूप से नहीं मनाया जा रहा है. पिछले साल भी लालू यादव की तबीयत खराब होने की वजह से घर में छठ नहीं हुआ. इससे पहले लालू के जेल में रहने के कारण और उससे पहले विधानसभा चुनाव होने के कारण छठ नहीं मनाया गया.