बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फिर से महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया. राजद सुप्रीमों ने गुरुवार को कहा कि उनके दरवाजे नीतीश कुमार के लिए खुले हैं. उनकी इस बयान पर बिहार बीजेपी के पूर्व प्रभारी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया सामने आई है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि लालू जी कितने ही सपने देखें, वो मुंगेरीलाल के हसीन सपने ही होंगे.
लालू जी का सपना कभी पूरा नहीं होगा: देवेंद्र फडणवीस
दरअसल, गुरुवार को मुंबई में कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मीडिया से मुखातिब हो रहे थे. इसी दौरान पत्रकारों ने उनसे लालू यादव के बयान पर सवाल कर दिया. इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि लालू जी चाहे कितने भी हसीन सपने देख लें, वो मुंगेरी लाल के हसीन सपने ही रहेंगे, वह पूरे नहीं होंगे. बता दें कि फडणवीस को बीजेपी ने 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य का प्रभारी नियुक्त किया था. पिछले चुनाव के दौरान टिकट वितरण से लेकर जनसभा आयोजित कराने और रणनीति बनाने में फडणवीस की अहम भूमिका रही थी.
लालू यादव डरे हुए हैं: सम्राट चौधरी
वहीं, लालू यादव के बयान के बाद से ही बीजेपी के नेता हमलावर है. पटना में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और बीजेपी नेताल सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार लालू यादव का नस-नस जानते हैं कि कैसे उन्होंने बिहार को लूटा है. डरी हुई पार्टी का क्या है, ये तो डरे हुए लोग हैं. लालू यादव डरे हुए हैं कि NDA ने उन्हें लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हराया है, ये फिर से विधानसभा चुनाव 2025 में हरा देंगे. लालू यादव के परिवार में वो एकलौते नेता हैं. उनके बाद सब उनको देखकर आगे बढ़ेगा.
क्या है बिहार का समीकरण, सरकार कितनी मजबूत
बात बिहार विधानसभा के सियासी समीकरणों की की करें तो फिलहाल यहां के 243 सदस्यीय सदन में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है. बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत है। सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा के पास फिलहाल 78 विधायक हैं. गठबंधन में नीतीश कुमार की जदयू (JDU) के पास 45 सीटें हैं. सरकार को पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी- हम के चार विधायकों और एक निर्दलीय का भी समर्थन हासिल है.