बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि लालू प्रसाद ने लालकृष्ण आडवाणी का रथ रोक दिया था. उसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई में देश के विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रथ रोकेंगे. गुरुवार को ज्ञान भवन में बिहार राज्य हैंडलूम वीभर्स सोसायटी की ओर से आयोजित बुनकर एवं अंसारी सम्मेलन में तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में लोकतंत्र पर खतरा है. इसलिए सभी पार्टियों को एकजुट होना होगा. अगर अगली बार 2024 में भाजपा केंद्र की सत्ता में आयी, तो यह देश नहीं बचेगा.
तेजस्वी ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है. संविधान के साथ छेड़छाड़ की जा रही है. काम के नाम पर कुछ नहीं किया गया. तरह-तरह के वायदे किये गये थे – दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे, 15-15 लाख खाते में आयेंगे, स्मार्ट सिटी बनायेंगे. और भी न जाने क्या-क्या. किसानों की आय 2022 तक दोगुना करना था इनको. एक भी वादा पूरा नहीं किया है. यही सवाल जब हम लोग उठाते हैं तो भाजपा हिंदू-मुसलमान और मंदिर-मस्जिद की बातें करने लगती है.
डिप्टी सीएम ने भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह देश हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई सभी का है. देश की विविधता ही हमारी खूबसूरती है, हम मिल कर हिन्दुस्तानी कहलाते हैं. सभी ने देश को आजाद कराने में खून बहाया है. अगर भाजपा के लोग चाहेंगे कि किसी का अधिकार छीन लें तो ये महागठबंधन के रहते, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के रहते नहीं हो सकता.
Also Read: लालू यादव की पोती कात्यायनी जायेगी विदेश!, पासपोर्ट बनवाने तेजस्वी यादव खुद पहुंचे दफ्तर
तेजस्वी ने कहा कि 23 जून को पटना में होने वाली बैठक में शामिल होने पर सभी विपक्षी दलों ने सहमति जतायी है. सभी लोगों को एकजुट होना होगा. आज दो लोग देश को बेच रहे हैं और दो लोग खरीद रहे हैं. एयरपोर्ट, रेलवे, एलआइसी सब बेचा जा रहा है.