RCP के इस्तीफे पर लालू यादव के परिवार से आयी प्रतिक्रिया, तेज प्रताप ने चुटकी लेते हुए कह दी बड़ी बात

आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद से बिहार में राजनीतिक हलचल तेज है. एक तरफ जहां जदयू ने प्रेसवार्ता करके आरसीपी को घेरा. वहीं अब लालू यादव के परिवार से उनके बेटे तेज प्रताप और बेटी रोहिणी आचार्य ने भी तंज कसा है. वर्तमान में आरसीपी सिंह चारों तरफ से हमला झेल रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2022 8:31 PM

RCP Singh पर JDU के द्वारा शनिवार को भ्रष्टाचार और बेहिसाब संपत्ति बनाने का आरोप लगाया गया था. इसके बाद देर शाम में जदयू के पूर्व वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह ने मीडिया के सामने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उनपर जदयू भी हमलावर हो गयी. वहीं अब लालू यादव ने बेटे तेज प्रताप ने मामले में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि आपलोग देख ही रहे हैं जिसका पतन होना शुरू हो जाता है, उसके गलत काम उजागर होने लगते हैं. इस लोगों ने केवल भ्रष्टाचार किया है. नौजवान इधर उधर भटक रहे हैं इसलिए राजद को आज प्रतिरोध मार्च निकालने की जरूरत पड़ी.

लूट की कथा सूनकर दंग हूं: रोहिणी आचार्य

लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी एक के बाद एक कई ट्वीट कर आरसीपी सिंह पर हमला बोला.उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को बिहार को लूटने की छूट दे रखी थी.आरसीपी सिंह की लूट की कथा सुनकर जनता दंग रह गई. गौरतलब है कि रोहिणी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं. वो लगातार विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर हमला करती रहती हैं. रोहिणी ने रविवार को प्रतिरोध मार्च की सफलता से जुड़ा हुआ भी कई ट्वीट किया है. साथ ही, केंद्र सरकार के द्वारा युवाओं को रोजगार उपलब्ध नहीं करा पाने पर घेरा है.

जदयू ने भी आरसीपी पर किया हमला

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा कि पार्टी का मालिक एक है, जिसका नाम नीतीश कुमार हैं. उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह की पहचान नीतीश कुमार ने बनाई है. ललन सिंह ने आरसीपी सिंह पर तीखा हमला करते हुए कहा कि आरसीपी सिंह कहते हैं कि JDU डुबता हुआ जहाज है. लेकिन हम उनको बता देना चाहते हैं कि जदयू डुबता हुआ जहाज नहीं बल्कि दौड़ता हुआ जहाज है. मगर ये बात है कि कुछ लोग उस जहाज में छेद करना चाहते हैं. आरसीपी सिंह पार्टी के बारे में कुछ नहीं जाते हैं. उनके पास कोई ज्ञान नहीं है. साथ ही, जदयू नेता ने हमला जारी रखते हुए कहा कि आरपीसी कभी संघर्ष में साथ नहीं रहे. वह केवल सत्ता के साथी रहे.

Next Article

Exit mobile version