नौकरी के बदले जमीन मामले में मीसा भारती की हुई सुनवाई, कोर्ट ने सुरक्षित रखा आदेश, जानिए कब आएगा फैसला

Land For Job Case: नौकरी के बदले जमीन मामले में गुरुवार को सुनवाई की गई है. इसके बाद कोर्ट ने अपने आदेश को सुरक्षित रख लिया है. बता दें कि ईडी ने आरोप पत्र दाखिल किया था. इसमें मीसा भारती, लालू यादव, राबड़ी देवी आदि को दोषी बनाया गया है.

By Sakshi Shiva | January 18, 2024 12:27 PM

Land For Job Case: नौकरी के बदले जमीन मामले में आज सुनवाई हुई. मीसा भारती को लेकर सुनवाई की गई है. आपको बता दें कि ईडी ने चार्जशीट दाखिल किया था. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, लालू यादव, मीसा भारती, हेमा यादव आदि का नाम शामिल है. इनके अलावा अमित कात्याल का भी नाम आरोप पत्र में रखा गया है. मीसा भारती की सुनवाई राउत ऐवन्यू कोर्ट में हुई. इसके बाद कोर्ट ने अपने फैसले को सुरक्षित रखा है. वहीं, अब 20 तारीख को इस पर फैसला आ सकता है. बता दें कि कुछ दिनों पहले ईडी ने आरोप पत्र दाखिल किया था. कथित घोटाले में सात लोगों को ईडी ने आरोपी बनाया है. इसके बाद इस मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई है. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई है. इसी कोर्ट में ईडी ने चार्जशीट को भी दायर किया था. वहीं, इस मामले में सीबीआई ने भी पहले चार्जशीट को दाखिल किया था.

पांच जनवरी को तेजस्वी यादव की होनी थी पेशी

रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम जांच में जुटी हुई है. पांच जनवरी को तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. लेकिन, वह पेश नहीं हो सके थे. इससे पहले 22 दिसंबर को उनके पिता व आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को 27 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा गया था. उनका बयान दर्ज कराने के लिए उन्हें पेश होना था. लेकिन, लालू यादव के साथ ही तेजस्वी यादव भी पेश नहीं हो सके थे. मालूम हो कि यह कथित घोटाला उस समय का है, जब लालू यादव रेल मंत्री हुआ करते थे.

Also Read: बिहार: मुजफ्फरपुर में पुलिस ने युवक को पकड़ कर मंदिर में कराई शादी, तीन साल से था अफेयर, जानिए पूरी कहानी
लालू परिवार के सदस्यों के बयान हुए दर्ज

इस मामले में लालू परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए गए है. सीबीआई की ओर से आरोप लगाया गया था कि लालू परिवार को अभ्यर्थियों के द्वारा सीधे या उनके परिवार के जरिए जमीन उपलब्ध कराए गए थे. अत्यधिक रियायती गर पर इन्हें जमीन बेचा गया था. इसके बाद ईडी की ओर से इस मामले में लालू परिवार के सदस्यों के द्वारा दिए गए बयान को दर्ज किया गया है. राज्यसभा में राजद सांसद मीसा भारती के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटी चंदा यादव आदि के बयान को दर्ज किया गया है. बता दें कि रेल मंत्री रहने के दौरान लालू परिवार पर आरोप लगाए गए थे. वहीं, यह भी आरोप है कि अमित कात्याल इस कंपनी के निर्देशक है. इसी में जमीन को हस्तांतरित किया गया था और इनकी कंपनी ने जमीन ली थी.

Also Read: बिहार में कड़कड़ाती ठंड में ठिठुरे लोग, शीतलहर का अलर्ट, देखिए राजधानी पटना में घने कोहरे का कोहराम

Next Article

Exit mobile version