Land for Job Scam: बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव को CBI का समन, पूछताछ के लिए बुलाया
Land for Job Scam मामले में लालू यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. एक तरफ जहां शुक्रवार को राजद सुप्रीमों के परिवार और करीबियों के पर ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देशभर में 24 ठिकानों पर छापेमारी की. वहीं आज तेजस्वी यादव को सीबीआइ ने समन दे दिया है.
Land for Job Scam: लालू यादव के परिवार की मुश्किलें जमीन के बदले नौकरी मामले में बढ़ती जा रही है. एक तरफ जहां शुक्रवार को राजद सुप्रीमों के परिवार और करीबियों के पर ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देशभर में 24 ठिकानों पर छापेमारी की. वहीं आज तेजस्वी यादव को केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने पूछताछ के लिए बुलाया है. गौरतलब है कि इससे पहले सीबीआइ के द्वारा चार फरवरी को भी नोटिस जारी कर बुलाया गया था. इससे पहले शुक्रवार को तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित आवास पर भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जांच में पता चला कि जिस घर में तेजस्वी यादव रह रहे हैं वो घर एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रजिस्टर्ड है. एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड का नाम जमीन के बदले घोटाले में पहले से शामिल है.
राबड़ी देवी और लालू यादव से भी हुई है पूछताछ
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने भी मामले में पूछताछ की गयी है. मामले में आरोप है कि तेजस्वी यादव को भी गिफ्ट में जमीन मिली थी. इसके अलावा लालू यादव की बेटी रागिनी व चंदा मामले में आरोपी कंपनी एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लि में पूर्व निदेशक थी. कंपनी पर आरोप है कि इसे कथित तौर पर एक नौकरी पाने वाले एक अभ्यर्थी के परिवार से भूखंड प्राप्त हुआ था. आरोप है कि चार भूखंडों को मेरिडियन कंस्ट्रक्शन को 7.5 लाख में बेचा था, जिसका बाजार मूल्य 3.5 करोड़ था.
Also Read: लालू यादव की बेटियों व तेजस्वी के घर में मिले 70 लाख रुपये, दो किलो सोना और डॉलर, जानें पूरा डिटेल
हेमा को गिफ्ट में मिली थी 62 लाख की जमीन
सीबीआइ द्वारा नौकरी के बदले जमीन मामले में दर्ज केस के मुताबिक हेमा यादव को हृदयानंद चौधरी ने पटना में 3375 वर्गफुट जमीन गिफ्ट में दी थी. इस जमीन की बाजार में कीमत करीब 62 लाख रुपये आंकी गयी है. हेमा को ललन चौधरी नामक व्यक्ति ने भी 3375 वर्गफुट जमीन गिफ्ट की थी, जिसकी कीमत भी 62 लाख रुपये आंकी गयी है. आरोप है कि इन दोनों भूखंडों के बदले रेलवे में नौकरी दी गयी थी.