रेलवे में जमीन के बदले नौकरी (Land For Job Scam In Railways) मामले में सीबीआइ ने मंगलवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के दो करीबियों के यहां छापेमारी की. राजद के पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य प्रेमचंद गुप्ता और बालू कारोबारी पूर्व विधायक अरुण यादव की पत्नी व विधायक किरण देवी के यहां छापेमारी की गयी. यह कार्रवाई रेलवे में नौकरी जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में पटना, भोजपुर, दिल्ली और गुरुग्राम समेत नौ अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ की गयी है. खबर लिखे जाने तक सीबीआइ की यह कार्रवाई जारी थी. अरुण यादव की संलिप्तता बाल के अवैध कारोबार से भी रही है. सीबीआइ की टीम आरा के अगियांव और पटना विधायक निवास पर भी पहुंची और पूछताछ की.
सीबीआइ सूत्रों के अनुसार रेलवे में नौकरी के बदले जमीन प्रकरण में कुछ दिनों पूर्व ही सीबीआइ ने दिल्ली की राउस एवेन्यू कोर्ट में सप्लीमेंट्री प्राथमिकी दर्ज की थी. इस प्राथमिकी में लालू के बेहद करीबी व राज्यसभा सदस्य प्रेमचंद गुप्ता के साथ ही राजद विधायक किरण देवी का नाम भी शामिल किया गया है. प्रेमचंद गुप्ता और किरण देवी पर आरोप है कि रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में इन्होंने लालू प्रसाद और उनके परिवार की मदद की थी. इस मामले में पुख्ता जानकारियां हासिल करने के बाद प्राथमिकी को आधार बनाकर सीबीआइ में सोमवार की सुबह किरण देवी के पटना स्थित सरकारी आवास और भोजपुर अगिआं के आवास पर एक साथ धावा बोला. सीबीआइ दूसरी टीम ने प्रेमचंद गुप्ता के दिल्ली स्थित सरकारी आवास के साथ ही गुरुग्राम और नोएडा में भी छापेमारी की.
सीबीआइ सूत्र बताते हैं कि किरण देवी के पति अरुण यादव बिहार में बालू के बड़े कारोबारी हैं और उन्होंने बालू की अपनी कमाई से पटना में काफी संपत्ति खरीदी हुई है. उन्होंने लालू परिवार को भी कई फ्लैट तोहफे में दिये हैं. वहीं, प्रेमचंद गुप्ता ने भी नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू व उनके परिवार को काफी मदद पहुंचायी. इन्हीं तथ्यों को आधार बनाकर सीबीआइ अपनी कार्रवाई कर ही है. जांच एजेंसी के आधिकारिक सूत्रों ने भी इसकी पुष्टि भी की है.