Land for Job Scam: प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने रेलवे में नौकरियों के बदले जमीन घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ छापों में एक करोड़ रुपये की अघोषित नकदी जब्त की है. केंद्रीय एजेंसी इडी ने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार और उनके सहयोगियों के लिए रियल एस्टेट और अन्य क्षेत्रों में किये गये निवेशों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ ने इस मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. सभी आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए समन भेजा गया है. हालांकि, लालू प्रसाद परिवार के सदस्यों ने आरोपों से इनकार किया है. अधिकारियों ने बताया कि चल रही जांच में एजेंसी को मिली ताजा जानकारी के आधार पर आगे की तफ्तीश के तहत नये दौर की पूछताछ हो रही है.
एजेंसी ने दावा किया है कि इस मामले में की गयी रेड के परिणामस्वरूप लगभग 600 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का पता चला है. इनमें 350 करोड़ रुपये अचल संपत्तियों के रूप में और 250 करोड़ रुपये के लेन-देन विभिन्न बेनामीदारों के माध्यम से किये गये हैं. यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को ट्वीट करके दी. इधर, ट्वीट कर तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा सरकार को रेड के बाद हस्ताक्षर किये जाने वाले पंचनामे (सीजर लिस्ट) की सूची सार्वजनिक कर देनी चाहिए.
इडी सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच से पता चला है कि पटना और इसके आसपास अवैध रूप से लालू परिवार ने जमीन का अधिग्रहण किया है. ये जमीन लालू परिवार ने रेलवे में नौकरी देने के नाम पर ली हैं. जमीन की इस समय कीमत करीब दो सौे करोड़ रुपये है. दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में डी-1088 चार स्टोरी बंगले के बारे में इडी सूत्रों ने कहा कि यह मेसर्स ए-बी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम पर है. इस कंपनी का कंट्रोल तेजस्वी यादव और लालू परिवार के पास है.