पटना. राजद सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. नौकरी के बदले जमीन मामले में कोर्ट ने सोमवार को उन्हें समन भेजा है. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. सीबीआई ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है. चार्जशीट दाखिल होने के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत 14 लोगों को समन जारी किया है. लालू यादव जब रेल मंत्री थे तो उन पर नौकरी के बदले जमीन लेने का आरोप है. इस सिलसिले में कई पटना से दिल्ली तक छापेमारी भी हुई थी.
सूत्रों के अनुसार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समते कुल 14 लोगों को इस मामले में आरोपित बनाया गया है. जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने इन लोगों को कोर्ट ने समन जारी किया है. लालू-राबड़ी और उनकी बड़ी मीसा भारती को समन जारी किया है. समन में 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया है. इन सभी लोगों को अब कोर्ट से जमानत लेनी होगी.
जानकारी के मुताबिक पटना में तीन सेल डीड राबड़ी देवी के नाम है. दो डीड फरवरी 2008 की है, जिसमें 3375-3375 वर्ग फीट के 2 प्लॉट हैं. तीसरी सेल डीड 2015 की है, जिसमें 1360 वर्ग फीट का एक प्लॉट है. इसके अलावा पटना में ही 2007 की एक सेल डीड लालू की बेटी मीसा भारती के नाम है, जिसमें उन्हें 80,905 वर्गफीट का प्लॉट दिया गया. पटना में ही दो गिफ्ट डीड लालू की बेटी हेमा यादव के नाम है. जिसमें हेमा यादव को 3375 वर्गफीट का प्लॉट दिया गया. दूसरा 3375 वर्ग फीट का प्लॉट 2014 में हेमा यादव को गिफ्ट किया गया. एक डीड एके इन्फोसिस्टम्स नाम की कंपनी के नाम किया गया जिसमें 9527 वर्ग फीट का प्लाट दिया गया. बाद में इस कंपनी की डायरेक्टर राबड़ी देवी बन गईं. गौर करने की बात ये है कि जिन लोगों ने या जिनके परिवार वालों ने लालू के परिवार वालों को ये जमीनें दीं, उन सबको लालू यादव के मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी दी गई.