जमीन संबंधी मामलों में सुधार के लिए राज्य सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद दाखिलखारिज के आवेदनों के रद्द होने की संख्या गुरुवार तक करीब 45 लाख 13 हजार 355 (38.27%) है. वहीं, दाखिल- खारिज के लिए करीब छह लाख 88 हजार 459 यानी करीब 5.83% आवेदन विभिन्न स्तर पर प्रक्रिया में हैं या लंबित हैं. इनमें अधिकतर मामलों में आवेदनकर्ताओं द्वारा सही कागजात नहीं दिये जाने को कारण बताया गया है.
हालांकि दाखिल- खारिज को लटकाने की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने पिछले दिनों 75% से अधिक अस्वीकृत मामलों वाले अंचलों में जांच का निर्देश सभी भूमि सुधार उप समाहर्त्ताओं को दिया था. शिकायत को दर्ज कराने और निराकरण के लिए केंद्रीकृत कॉल सेंटर बनाने का निर्देश दिया था. सूत्रों के अनुसार राज्य में गुरुवार तक दाखिल- खारिज के एक करोड़ 17 लाख 90 हजार 579 आवेदन आये. इसमें से 65 लाख 88 हजार 765 (55.88%) आवेदनों का निराकरण करते हुए दाखिल- खारिज किया गया. यह हाल तब है जब राज्य सरकार के स्तर पर पारदर्शिता के साथ दाखिल -खारिज के त्वरित निबटारे सहित लोगों की सहूलियत के लिए तमाम प्रयास हो रहे है
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दाखिल खारिज के लिए सबसे अधिक लंबित आवेदन पश्चिम चंपारण के चनपटिया अंचल में करीब 9729 हैं. वहीं दूसरे नंबर पर पटना के फुलवारीशरीफ अंचल में सबसे अधिक 8901 आवेदन लंबित हैं. तीसरे स्थान पर सीतामढ़ी के डुमरा अंचल में 8864 आवेदन लंबित हैं और चौथे स्थान पर पटना सदर में 8040 आवेदन लंबित हैं.
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1. सीतामढ़ी डुमरा 50,105 2.
2. भागलपुर जगदीशपुर सदर 39,068 3.
3. पटना सदर 37,866 4.
4. पटना फुलवारीशरीफ 34,557 5.
5.अररिया 34,132 6.
6. पूर्णिया इस्ट 32,003 7.
7. पूर्णिया बनमनखी 30,997 8.
अररिया रानीगंज 30,798 9.
8. दरभंगा 29,618 10.
9. प चंपारण चनपटिया 27,581