पटना/मुजफ्फरपुर. राजस्व विभाग में बड़े पैमाने पर हुए तबादले को रद्द कर दिये जाने से नाराज राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने मंत्री पद छोड़ने की पेशकश कर दी है. रविवार को उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद दरभंगा जाने दौरान रामसूरत राय के घर पहुंचे. उन्होंने अकेले में उनसे मिले. हालांकि पटना लौटने के बाद तारकिशोर प्रसाद ने राय के मंत्री पद से इस्तीफा देने की खबर का खंडन का किया.
देर रात प्रभात खबर से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वे रामसूरत राय के आवास पर थोड़ी देर के लिए रुके थे. उन्होंने कहा कि हमलोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम कर रहे हैं. अगर मुख्यमंत्री ने तबादले की समीक्षा की बात कही है, तो इसे विभाग लागू करेगा.
अंचलाधिकारियों के तबादले के बाद उपजे विवाद पर रामसूरत राय ने कहा कि कोई भी आये, इस विभाग को अच्छी तरह चलाये. मेरी शुभकामना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के स्तर से तबादले की समीक्षा के बाद सबकुछ स्पष्ट हो जायेगा. मंत्रियों को जून में अपने विवेक से तबादला करने का अधिकार दिया गया है. जून के अलावा मुख्यमंत्री ही स्थानांतरण करते हैं.
पटना. कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने रविवार को कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने ही मंत्री रामसूरत राय के आरोपों का जावब दें. वे बताएं कि किन परिस्थितियों में अंचलाधिकारियों के तबादले हुए और फिर आखिर क्या हुआ कि मंत्री द्वारा किये गये तबादलों पर रोक लगायी गयी? राज्य की जनता को ये जानने का पूरा अधिकार है. गौरतलब है कि राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कहा था कि उनके विभाग में अधिकारियों का ट्रांसफर और उनकी पोस्टिंग भू-माफिया के इशारों पर होती है.इधर, वीआइपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने भी इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है.