भाजपा के जहानाबाद जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की मौत के बाद प्रशासन व बीजेपी नेताओं ने अलग-अलग दावा किए हैं. डीएम डाॅ चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान मची भगदड़ से विजय कुमार सिंह की मौत हुई है. जबकि बीजेपी नेता सुशील मोदी का दावा है कि विजय सिंह की मौत पुलिस लाठी चार्ज से हुई है.
पटना जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि छज्जूबाग में एक व्यक्ति गिरा था. बेहोश पड़ा देखकर एक रिक्शा चालक उन्हें रिक्शे पर बैठाकर पहले गाेलघर स्थित तारा हॉस्पिटल ले गया. हालत खराब देखकर तारा हॉस्पिटल ने उन्हें तुरंत एंबुलेंस से पीएमसीएच में भेज दिया. जहां पर पीएमसीएच अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने विजय कुमार सिंह की माैत की पुष्टि कर दी. इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट काे इंक्वेस्ट यानी कानूनी जांच करने का आदेश भी दे दिया गया है. पाेस्टमार्टम कराने के लिए मेडिकल बाेर्ड गठित की गयी है. डीएम-एसएसपी ने बताया कि विजय कुमार सिंह के शरीर पर चाेट के कहीं भी निशान नहीं मिले हैं. पाेस्टमार्टम की वीडियाेग्राफी करायी जायेगी. पाेस्टमार्टम रिपाेर्ट के बाद ही पता चलेगा कि उनकी माैत कैसे हुई.
सांसद सुशील मोदी ने डीएम-एसएसपी के दावे को गलत बताया है. उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि क्या विरोध मार्च के दौरान चलते-चलते कोई अचानक गिर जायेगा? पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक किये गये लाठीचार्ज में विजय कुमार सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गये, जिसके बाद उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया. भर्ती होने की थोड़ी देर बाद ही उनकी मौत हो गयी. सुशील माेदी ने विजय कुमार सिंह की माैत की बात काे टि्वट किया.
पीएमसीएच के अधीक्षक ने बताया कि लाठीचार्ज के बाद घायल कुल 27 नेता पीएमसीएच में इलाज कराने पहुंचे. इनमें 14 मरीज को सर्जरी विभाग व 13 मरीजों को हड्डी विभाग में भर्ती कर इलाज किया गया. प्राथमिक इलाज के बाद 21 नेता ठीक होकर चले गये, जबकि एक मौत हो गयी और पांच नेता अब भी भर्ती हैं. चोट लगने के बाद मीना झा की सिटी स्कैन जांच करायी गयी, जिसमें ब्रेन हेमरेज की बात सामने आ रही है. वहीं, दूसरी ओर पुलिस ने महाराजगंज सांसद जनार्दन सिग्रीवाल को भी लाठी से पीटा और धक्का दिया. इसमें वह घायल हो गये. उनके सिर और चेहरे पर चोट आयी है.जनार्दन सिंह सिग्रीवाल आइजीआइएमएस के प्राइवेट वार्ड -1 में भर्ती हैं. उनकी भी सिटी स्कैन जांच करायी गयी, जिसकी रिपोर्ट को डॉक्टरों ने नॉर्मल बताया. वहीं भाजपा नेता की मौत की सूचना के बाद पीएमसीएच में पार्टी के सभी बड़े नेता व केंद्रीय मंत्री देखने के लिए पहुंचे. इनमें नित्यानंद राय, मंगल पांडेय, सुशील मोदी, नितिन नवीन, रविशंकर प्रसाद, संजीव चौरसिया आदि शामिल थे.
लाठीचार्ज कर रहे पुलिसकर्मियों को उस वक्त बैकफुट पर जाना पड़ गया, जब प्रदर्शन में शामिल लोगों ने भारी मात्रा में मिर्च पाउडर का छिड़काव शुरू कर दिया. चेहरे और शरीर पर मिर्च पाउडर पड़ते ही अधिकारी और पुलिसकर्मी छटपटाने लगे. कोई आंख तो कोई चेहरा पकड़ कर पानी की तलाश में भटकने लगा. मिर्च पाउडर फेंकने के बाद कुछ देर के लिए पुलिसकर्मियों में भगदड़ मच गयी. सभी इधर-उधर भागने लगे. यह देख वरीय अधिकारियों ने तुरंत वाटर कैनन चलाने का आदेश दिया. इसके बाद मिर्च पाउडर की जद में आये अधिकारियों और जवानों वाटर कैनन के पानी से अपने चेहरे और शरीर को धोया और इसके बाद फिर से एक साथ मिलकर कार्यकर्ताओं को दौड़ाया.
रैपिड एक्शन फोर्स को भी लगाया गया
डाकबंगला चौराहा पर विधानसभा मार्च को रोकने के लिए आइपीएस, आइएएस अफसरों, थानाध्यक्षों, पुलिस जवानों के अलावा रैपिड एक्सन फोर्स को भी लगाया गया था. लाठीचार्ज में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गये हैं. भीड़ में शामिल छह से अधिक पुलिसकर्मी बेहोश होकर गिर गये, जिनमें कई महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं.
सभी बड़े नेताओं को हिरासत में लेकर बस से ले गयी पुलिस, बाद में छोड़ा
भाजपा नेता की मौत के बाद प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चाैधरी, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा समेत कई शीर्ष नेता डाकबंगला चाैराहा पर ही धरने पर बैठ गये. सांसद सुशील माेदी, सम्राट चाैधरी, विजय सिन्हा आदि ने कहा कि मार्च शांतिपूर्ण निकला था. डाकबंगला चाैराहा पर आते ही पुलिस ने बिना कुछ समझे लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस ने धरना पर बैठे भाजपा के शीर्ष नेताओं को समझा-बुझाकर धरना स्थल से उठाकर हिरासत में ले लिया और बस से बैठाकर थाने ले गयी. इसके बाद सबकाे छाेड़ दिया गया.