बक्सर में किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गयी. चौसा में निर्माणधीन थर्मल पावर प्रोजेक्ट के बाहर जमकर बवाल मचा. किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान पुलिस से उनकी भिड़ंत हो गयी. प्रदर्शनकारियों पर पुलिस को लाठी भी भांजनी पड़ गयी. वहीं पुलिस पर भी हमले हुए. जिसमें पुलिस के करीब आध दर्जन वाहनों के शीशे टूट गये.कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस के वरीय पदाधिकारी व करीब आधे दर्जन थानों की पुलिस मौके पर मौजूद हैं.
थर्मल पावर प्लांट के गेट के बाहर झड़प
मिल रही जानकारी के अनुसार, बक्सर के चौसा में बन रहे थर्मल पावर प्लांट के गेट के बाहर किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गयी. लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू होने पर पुलिस प्रदर्शनकारियों को हटाने पहुंची थी. इसी दौरान दोनों के बीच झड़प शुरू हो गयी. देखते ही देखते माहौल बिगड़ने लगा. जिसके बाद पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ गयी.
पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त
इस झड़प में पुलिस वाहनों को भी प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया. करीब आधा दर्जन पुलिस वाहनों के शीशे टूट गए. एक बस का चालक भी प्रदर्शनकारियों की ओर से किए गए पथराव की चपेट में आ गया और पत्थर लगने से घायल हे गया. वहीं घटना की सूचना मिलते ही डीएम अंशुल अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार, सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा, सदर एसडीपीओ धीरज कुमार समेत करीब आधा दर्जन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है.
अपनी मांग को लेकर डटे हैं किसान
मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 11 दिनों से किसान अपनी 11 मांगों को लेकर चौसा में निर्माणाधीन पावर प्लांट के सामने धरने पर बैठे हैं. मुआवजा उनकी मुख्य मांग है. वहीं बुधवार को जिला प्रशासन की टीम पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंची और किसानों को हटाने का प्रयास किया. जिसके बाद प्रदर्शनकारी किसान आक्रोशित हो गए और झड़प की स्थिति बन गयी.