कानून से नहीं होगा जनसंख्या पर नियंत्रण, बोले नीतीश कुमार-हमें लोगों को सहमत करना होगा

संसद में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर काम कानून बना देने से नहीं होता है. नीतीश कुमार ने इस कानून पर आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा कि कानून बना देने से कुछ नहीं होने वाला है. यह काम कई देशों ने किया और उसका हाल देख लीजिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2022 6:59 PM

पटना. संसद में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर काम कानून बना देने से नहीं होता है. नीतीश कुमार ने इस कानून पर आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा कि कानून बना देने से कुछ नहीं होने वाला है. यह काम कई देशों ने किया और उसका हाल देख लीजिए. जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए कानून से अधिक जागरुकता की आवश्यकता है. बिहार ने इस काम को बेहतर तरीके से किया है.

कुल 169 फरियादी पहुंचे

सोमवार को पटना में मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में जनसंख्या नियंत्रण कानून पर विरोध जताया. सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में कुल 169 फरियादी पहुंचे थे. इनमें से ज्यादातर लोग जमीनी विवाद की समस्या को लेकर आये थे. मुख्यमंत्री ने एक एक कर सबकी फरियाद सुनने के बाद मीडिया से बात करने पहुंचे.

जनसंख्या नियंत्रण पर बिहार में लगातार काम किया

मीडिया से बातचीत के दौरान जब नीतीश कुमार से जब भाजपा की ओर से जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने और उसे संसद में लाने पर सवाल पूछा गया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह लोगों का अपना अपना व्यू (नजरिया) हो सकता है. जनसंख्या नियंत्रण पर बिहार में लगातार काम किया जा रहा है. बिहार में प्रजनन दर तीन पर पहुंच गया है, इसको दो पर लाने का लक्ष्य रखा गया है. नीतीश कुमार ने कहा कि सिर्फ कानून बना देने से जनसंख्या नियंत्रण नहीं होगा. चीन ने भी कानून बनाया था, लेकिन वहां कानून का क्या हश्र हुआ.

बिहार में जनसंख्या दर 4.3 से घटा कर तीन हुआ

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने चीन जाकर वहां का हाल देखा है. चीन में लंबे समय तक एक से दो बच्चों का प्रावधान किया गया था. कहीं-कहीं यह तीन है. कानून बनाने से कोई फायदा नहीं होगा. हमारा मानना है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए हमें लोगों को सहमत करना होगा, जागरूक करना होगा. बिहार गरीब राज्य है, यहां हम लोगों ने जनसंख्या दर 4.3 से घटा कर तीन कर दिया है.

सामूहिक आत्महत्या काफी दुखद

समस्तीपुर में आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ तले एक ही परिवार के पांच सदस्यों के द्वारा आत्महत्या कर लेने पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह घटना काफी दुखद है. जैसे ही इसकी जानकारी मिली मैंने पूछताछ की है. प्रशासन के लोग लगे हुए हैं कि आखिर क्यों इन लोगों ने आत्महत्या की. सीएम नीतीश ने समस्तीपुर सामूहिक आत्महत्या की घटना पर दुख जताते हुए अधिकारियों को पूरी जानकारी जुटाने का निर्देश दिया.

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