पाकिस्तान का भेजा ग्लोक पिस्टल बिहार पहुंच रहा था, गैंगस्टरों को हथियार सप्लाई करता था लॉरेंस बिश्नोई गैंग
गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और अमन साहू गिरोह के बीच पाकिस्तान से भेजे जा रहे हथियारों की डील होती थी. बिहार में इसका बड़ा खुलासा हुआ है.
गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और अमन साहू इन दिनों सुर्खियों में हैं. दरअसल, दोनों से जुड़े ठिकानों पर एसटीएफ इन दिनों छापेमारी कर रही है. बिहार के गोपालगंज में ऑस्ट्रिया निर्मित चार विदेशी पिस्टल की बरामदगी के बाद देश की चार जांच एजेंसियां सक्रिय हुई हैं और बिहार से लेकर राजस्थान तक छापेमारी चली है. गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई गिरोह के कई गुर्गे गिरफ्तार किए गए हैं. पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. इन बरामद हथियारों का पाकिस्तान कनेक्शन मिला है. पाकिस्तान से इन हथियारों की सप्लाई भारत में होती थी. बिहार भी इस हथियारों को भेजा जाता था और यहां के गुर्गों के द्वारा डील के बाद इन हथियारों की खरीद-बिक्री होती थी.
गोपालगंज में हथियार धराने पर हुए कई खुलासे
पुलिस के मुताबिक, 22 जुलाई को यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट के पास कुचायकोट थाने की पुलिस ने चार ऑस्ट्रिया निर्मित विदेशी पिस्टल को जब्त किया था. इन पिस्टलों के साथ राजस्थान और बिहार के दो लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. दोनों से जब पूछताछ किया गया तो उन्होंने बताया कि वो तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के लिए काम करते हैं. बिहार के मुजफ्फरपुर और मोतिहारी में वो किसी बड़े अपराध को अंजाम देने की फिराक में थे. इन गुर्गों ने कई और लोगों के नाम उगले जिसके बाद राजस्थान में भी ताबड़तोड़ छापेमारी चली. अबतक इस गिरोह के तीन गुर्गे गिरफ्तार किए गए हैं.
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पाकिस्तान से भेजे हथियार की बिहार में होती थी डील
लॉरेंस विश्नोई के गुर्गे कमल राव, संतनु शिवम और दिनेश सिंह रावत की गिरफ्तारी अबतक हुई है. दिनेश ने पूछताछ में कई राज उगले हैं. उसने ग्लोक पिस्टल का पाकिस्तान कनेक्शन बताया है. ग्लोक की पहली खेप 7 जुलाई को झारखंड के अमन साहू गैंग को सप्लाई किया गया था. चांदनी चौक के पास एक होटल में इसकी डील हुई थी. पुलिस ने सीसीटीवी खंगाला तो उक्त जगह पर कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. झारखंड नंबर की स्कॉर्पियो से अमन साहू गिरोह के सदस्य हथियार ले जाते दिखे हैं. दूसरी खोप ले जाने के दौरान 21 जुलाई को कमल रावत और शांतनु शिवम पकड़ा गया था. दिनेश ने बताया कि पाकिस्तान से पंजाब के रास्ते हथियार मंगाया जा रहा है. एक ग्लोक पिस्टल की कीमत 8 लाख रुपए है. अमन साहू गिरोह ने 12 लाख रुपए प्रति पिस्टल खरीदी है.वहीं हथियार तस्करी का पाकिस्तान कनेक्शन होने की जानकारी मिलने के बाद एटीएस और एनआइए की टीम गोपालगंज में कैंप कर रही है. दिनेश से और पूछताछ की जा रही है.
देश की सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट हुईं
मामले की गंभीरता देखते हुए देश की सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट हो गयी. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए), आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस), इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी), बिहार के स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) भी अब इस मामले की जांच कर रही है. तिहाड़ जेल में बंद गैंगेस्टर लॉरेंस विश्नोई और झारखंड के जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू का नाम इस मामले में जुड़ा है. पूछताछ में पता चला है कि हथियार सप्लाइ करनेवाले मास्टरमाइंड मलयेशिया में बैठा मयंक सिंह है. वह दोनों गैंग के बीच पुल का काम कर रहा था. लॉरेंस बिश्नोई गैंग बिहार के मुजफ्फरपुर के रास्ते ही झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू गैंग को हथियार सप्लाई करता था.
मलेशिया में बैठा है मास्टरमाइंड
हथियार सप्लाइ करनेवाले मास्टरमाइंड मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा है, जिसने दोनों गैंगस्टरों को मिलाया है. मयंक सिंह कहां है ये किसी को नहीं पता लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की मानें, तो वह मलयेशिया में बैठा है और वहीं से हथियार का पूरा खेल ऑपरेट कर रहा है. वहीं लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुछ गुर्गों के बिहार होकर नेपाल भागने की भी आशंका है. गोपालगंज पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है.