गया में सीने पर कलश रख मां दुर्गा की भक्ति में लीन हुई लक्ष्मी देवी, दर्शन करने के लिए जुट रही भीड़
Navratri 2022: नवरात्रि का आज दूसरा दिन है. भक्तों ने आज मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि-विधान से की.लक्ष्मी देवी अपने सीने पर कलश स्थापति किया है. गया की लक्ष्मी देवी ने अपने सीने पर कलश रखकर पूजा अराधना कर रही है.
शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुका है. नवरात्रि का आज दूसरा दिन है. भक्तों ने आज मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि-विधान से की. गया जिला के मोहरा प्रखंड के दरियापुर पंचायत के जगतपुर गांव में लक्ष्मी देवी पति श्री उमेश शर्मा के द्वारा देवी स्थान में नवरात्रि पूजा जारी है. इस दौरानलक्ष्मी देवी मां दुर्गा के भक्ति में लीन हो गई हैं. लक्ष्मी देवी अपने सीने पर कलश स्थापति किया है. लक्ष्मी देवी ने यह दूसरा वर्ष है, जब उन्होंने अपने सीने पर कलश रखकर पूजा अराधना कर रही है. वो अपने सीने पर पूरे नौ दिनों तक बिना इधर-उधर हुए कलश को स्थापित करके रखेंगी. इस अनोखे भक्त के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही है.
लक्ष्मी देवी ने नौ दिनों करेंगी पूजा
लक्ष्मी देवी नौ दिनों तक अपने सीने पर कशल रख कर एक ही जगह पर बिना हिले-डुले रहेगी. यह अपने आप में ही बड़ी बात है. वहीं लक्ष्मी देवी की सीने पर कलश रखने की बात पूरे प्रखंड में आग की तरह फैल गई है. सभी ग्रामीण भक्ति भाव से लक्ष्मी देवी को देखने आ रहे है. ग्रामीणों ने बताया कि यह माता दुर्गा की कृपा और शक्ति का देन है कि यह इस तरह से कोई भी इंसान अपने सीने पर कलश रख कर नवरात्रि व्रत करता है. वंही कुछ ग्रामीणों ने कहा कि यह भक्ति की शक्ति है. इनपर मां दुर्गा की कृपा है.
दो दिन पहले ही बंद कर देते हैं खाना-पीना
गया जिला के मोहरा प्रखंड के दरियापुर पंचायत के जगतपुर गांव में लक्ष्मी देवी नवरात्रि में माता की आराधना में लीन है. दो वर्षों से लगातार ऐसे ही मां की आराधना करती आ रही हैं. लक्ष्मी देवी लगातार नौ दिनों तक ऐसे ही मां की आराधना करेंगी. नवमी को साधना हवन के साथ खत्म होगी. दो वर्ष से लक्ष्मी देवी सीने पर कलश रखकर माता की आराधना कर रही हैं. उन्होंने एक कलश से अपने साधना की शुरुआत की है. साधना शुरू करने के लिए दो दिन पहले से खाना पीना छोड़ देती हैं.