राजपुर. लोकसभा चुनाव के पहले सभी नेता अपने पक्ष में मतदान करने के लिए मतदाताओं को जागरूक करने का काम किये. सभी को हर तरह से आश्वासन मिला. अब मतदान हो जाने के बाद सभी दलों के नेता अपने वोट को लेकर जातीय समीकरण के जोड़ घटाव में लग गये हैं. राजपुर विधानसभा क्षेत्र सुरक्षित होने से अनुसूचित जाति की बहुलता वाला क्षेत्र माना जाता हैं. जिससे अधिकतर मतदाता बहुजन समाज पार्टी को वोट करते हैं. पिछले दस वर्षो में देखा जाये, तो विकास के मुद्दे पर जनता ने जनादेश दिया था.इस बार फिर शिक्षा और रोजगार के मुददे आमजनों के बीच चर्चा रहा. जिसको लेकर यहां मतदान तीन भागों में बंट गया हैं. एनडीए गठबंधन, महागठबंधन, बसपा एवं निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच वोट बंट जाने से यहां असमंजस की स्थिति बन गयी हैं. इस बार लगभग 54 प्रतिशत मतदान होने से सभी अपने -अपने हिसाब से जीत हार का आकलन कर रहे हैं.जो भी हो चुनावी हलचल के बाद अब सबकी निगाहें आगामी चार जून को होने वाली मतगणना पर हैं. फिर भी एग्जिट पोल के नतीजे आने पर भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी खुशी है.
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