काम की खबर: ओडिशा ट्रेन हादसे के पीड़ितों को LIC और SBI लाइफ तत्काल देगी आर्थिक मदद, टोल फ्री नंबर जारी

एलआइसी पॉलिसी और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों के लिए कई रियायतों की घोषणा की है. पंजीकृत मृत्यु प्रमाणपत्र के बदले में रेलवे अधिकारियों, पुलिस या किसी राज्य या केंद्र सरकार के प्राधिकरणों द्वारा प्रकाशित हताहतों की सूची को मृत्यु के प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | June 7, 2023 4:02 AM

पटना. ओडिशा के बालासोर में हुई दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों के परिजनों को तत्काल वित्तीय सहायता देने के लिए बीमा कंपनियों ने यह पहल की है. बीमा कंपनियों ने दावों को प्राथमिकता के आधार पर निबटाने का गाइडलाइन जारी किया है. इनमें मुख्य रूप से एलआइसी, एसबीआइ लाइफ, बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस सहित कई बीमा कंपनियां है.

एसबीआइ लाइफ ने जारी किया टोल फ्री नंबर

एसबीआइ लाइफ के अधिकारियों ने बताया कि दावा निबटान और दस्तावेजीकरण प्रक्रिया को आसान और सरल बनाया है. ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों के आश्रित बीमा कंपनी के अधिकारियों से इ-मेल या टोल फ्री नंबर 1800 267 9090 के जरिये संपर्क कर सकते हैं. एसबीआइ जनरल ने भी दावा निबटान प्रक्रिया में किसी भी तरह की देरी से बचने के लिए न्यूनतम आवश्यक दस्तावेज के साथ एक सरलीकृत दावा प्रक्रिया अपनायी है.

दावेदार पास की शाखा, मंडल और ग्राहक क्षेत्र से करें संपर्क

एलआइसी पॉलिसी और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों के लिए कई रियायतों की घोषणा की है. पंजीकृत मृत्यु प्रमाणपत्र के बदले में रेलवे अधिकारियों, पुलिस या किसी राज्य या केंद्र सरकार के प्राधिकरणों द्वारा प्रकाशित हताहतों की सूची को मृत्यु के प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जायेगा. एलआइसी ने सहायता के लिए दावेदार पास के शाखा, मंडल और ग्राहक क्षेत्र से संपर्क कर सकते हैं. दावेदार कॉल सेंटर 022-68276827 पर भी कॉल कर सकते हैं.

Also Read: बालासोर ट्रेन हादसा : बिहार के 39 लोगों की अब तक हुई मौत, 52 घायल, 66 यात्री पहुंचे घर
पांच पीड़ितों का मुफ्त व अन्य का सरकारी दर पर पारस करेगा इलाज

ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों की मदद को पारस एचएमआरआइ आगे आया है. हॉस्पिटल के जनरल सर्जरी विभाग के निदेशक डॉ एए हइ एवं पारस प्रबंधन ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है. अस्पताल ने स्वास्थ्य विभाग से अपील की है कि वह पारस एचएमआरआइ को पांच घायल पीड़ितों का मुफ्त इलाज करने का मौका दे, ताकि इस त्रासदी में अपने घायल पीड़ित प्रदेशवासी का सेवा कर सके. पांच गंभीर घायलों का इलाज पारस एचएमआरआइ अस्पताल में पूरी तरह से (बेड चार्ज , कंसल्टेशन चार्ज, ऑपरेशन चार्ज एंव आइसीयू, सीसीयू आदि) निःशुल्क होगा. अन्य घायलों का इलाज सरकारी दर पर किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version