मुजफ्फरपुरः जेल में रची गई थी अधीक्षक की हत्या की साजिश, जानें किस गिरोह को दी गई थी सुपारी..
रवि मास्टर व किसलय कुमार मुजफ्फरपुर शहर के कुख्यात अपराधी व शराब माफिया चुन्नू ठाकुर का राइट हैंड है और शराब का कारोबार संभालता है. उनका शूटर भी है.
शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के अधीक्षक, उपाधीक्षक व सहायक अधीक्षक की हत्या की साजिश जेल में ही बंद नौ बंदियों ने रच दी. इसका खुलासा होने पर जेल आइजी ने छह बंदी को भागलपुर व तीन को अररिया जेल में ट्रांसफर कर दिया है. यहीं नहीं, जेल आइजी ने वर्तमान में सेंट्रल जेल में बंद चुन्नू ठाकुर गिरोह के शागिर्दों से जेल प्रशासन के विधि व्यवस्था को खतरा भी बताया है.
आइजी के निर्देश पर शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच में किसलय कुमार, राहुल कुमार, पवन कुमार, रवि कुमार उर्फ रवि मास्टर , कुंदन कुमार और राज कुमार साह को शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा भागलपुर और राजेश कुमार, विकास कुमार और राजेश साह को मंडल कारा अररिया भेजा गया है. इधर, जेल के अधिकारियों पर गोली चलाने की साजिश रचने को लेकर अलग से मिठनपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
अधीक्षक, उपाधीक्षक व सहायक अधीक्षक पर गोली चलाने का था प्लान
जेल अधीक्षक, उपाधीक्षक व सहायक अधीक्षक पर शराब माफिया रवि मास्टर व बैंक लुटेरा किसलय अपने गुर्गे के साथ मिल कर गोली चलवाने की प्लानिंग की थी. लेकिन 18 जनवरी को इसकी भनक अधिकारियों को लग गयी.इसी बीच 19 जनवरी को एक बंदी ने सूचना दी कि किसलय ने अपने गुर्गों के साथ षडयंत्र रचा है कि जब तीनों अधिकारी कारा के अंदर राउंड पर आयेंगे तो उनसे बहस करते हुए हमला कर देना है, ताकि इन लोगों को कारा में बेइज्जत किया जा सके. इसकी जानकारी होने पर सभी बंदियों को कारा कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की गयी. इस दौरान बंदी रवि कुमार उर्फ रवि मास्टर एवं किसलय ने अपने शागिर्दों के द्वारा कारा के कर्मियों के साथ गाली- गलौज और हाथापाई भी किया. हालांकि इसको नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया और सभी को सेल में बंद कर दिया गया.
चुन्नू ठाकुर का राइट हैंड है रवि और किसलय
आदेश में आगे बताया गया है कि रवि मास्टर व किसलय कुमार मुजफ्फरपुर शहर के कुख्यात अपराधी व शराब माफिया चुन्नू ठाकुर का राइट हैंड है और शराब का कारोबार संभालता है. उनका शूटर भी है. वर्तमान में चुन्नू ठाकुर गिरोह के कई सदस्य बंदी के रूप में यहां है. ये सभी आदतन अपराधी है. ये सभी कारा में एकक्षित होकर विधि- व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए जातिगत आधार पर बंदी को भड़का रहे हैं. जिलाधिकारी व एसएसपी के द्वारा भी इन बंदियों को स्थानांतरित करने को लेकर सहमति प्राप्त है.इसलिए छह का भागलपुर व तीन का अररिया ट्रांसफर किया जाता है.