पटना. शनिवार को पटना पुलिस की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. इस कारण बाइपास थाने क्षेत्र से शराब गोदाम मामले में गिरफ्तार एक बड़ा शराब माफिया कमल सिंह उर्फ प्रेम सिंह पीएमसीएच से फरार हो गया. उसे इलाज के लिए चार पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में यहां लाया गया था.
खास बात यह है कि कमल सिंह को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए कार से दो लोग आये थे. दोनों तुलसी होटल के पास पहले से खड़े थे. जैसे ही कैदी पीएमसीएच से भाग कर आया और कार में बैठ कर वहां से भागने लगा, लेकिन कार जाम में फंस गयी. इसके बाद सभी बदमाश पैदल ही वहां से भाग गये. इस घटना के बाद बेऊर कारा प्रशासन के साथ-साथ पुलिस मुख्यालय में भी हड़कंप मच गया. हालांकि उसे भगाने वाले दो अन्य लोगों के एटीएम कार्ड व कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है.
शराब माफिया कमल सिंह उर्फ प्रेम सिंह पीएमसीएच से फरार होने की घटना के बाद बेऊर कारा प्रशासन के साथ-साथ पुलिस मुख्यालय में भी हड़कंप मच गया. फरार कैदी बड़ा शराब माफिया था. उसे बाइपास थाने क्षेत्र से शराब गोदाम मामले में गिरफ्तारी हरियाणा के रोहतक से हुई थी. कमल सिंह पर एनडीपीएस के मामले भी दर्ज थे. कमल मूल रूप से हरियाणा के रोहतक जिले के करौंध का रहने वाला है और इस पर नदी थाना में एक, फतुहा थाने में तीन, दीदारगंज में एक, बाइपास में एक और बिहारशरीफ के सोरसराय थाने में एक मामला दर्ज है, जिसमें से चार मामलों में इसे जमानत मिल गयी थी.
कैदी कमल सिंह को पुलिस के चंगुल से छुड़ाने के लिए कार से आये दो लोग तुलसी होटल के पास पहले से थे. जैसे ही कमल सिंह पीएमसीएच से भाग कर आया और कार में बैठा कर वहां से भागने लगे, तो कार जाम में फंस गयी. इसके बाद सभी बदमाश पैदल ही वहां से भाग गये. हालांकि भागने के दौरान कार से आये बदमाशों का एटीएम कार्ड, पहचान पत्र व चाबी सड़क पर गिर गयी. इसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. घटना के बाद मौके पर टाउन डीएसपी समेत पीरबहोर थाने की पुलिस पहुंच गयी.
दरअसल कैदी को लेकर भागने के दौरान दो जो पहचान पत्र व एटीएम कार्ड मिले हैं, वह किसी दीपक नाम के शख्स के हैं. वहीं लग्जरी कार की बात करें, तो वह वाराणसी (यूपी) के प्रदीप कुमार वर्मा नाम के व्यक्ति की है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गयी है. बताया जा रहा है कि कार सवार दोनों शख्स पहले से तुलसी होटल के पास खड़े थे. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की छानबीन शुरू कर दी है.
कैदी को इलाज कराने के लिए निजी ऑटो से लेकर आया गया था. वहीं पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है कि आखिर कैदी के दो अन्य साथियों के कैसे पता था कि आज वह पीएमसीएच में आने वाला है. सूत्रों के अनुसार यह बात सामने आयी है कि बेऊर जेल से पीएमसीएच लाने के दौरान कैदी की कार सवार दोनों साथियों से बातचीत हुई थी और उसी दौरान यह पूरी प्लानिंग हुई. सीसीटीवी से पता लगाया जा रहा है कि कहीं कैदी को उसी कार से तो नहीं लाया गया जिस कार को पुलिस ने बरामद किया है.