सीवान में संदिग्ध परिस्थिति में एक व्यक्ति की मौत, दो लोगों की गयी आंखों की रोशनी, परिजनों ने कहा…
Bihar News: सीवान में संदिग्ध परिस्थिति में एक व्यक्ति की मौत गयी है, जबकि दो लोगों की आख की रोशनी गायब हो गयी है. मृतक सलाउ उर्फ लंगड़ा के परिजनों का कहना है कि पेट में दर्द एवं उल्टी होने के बाद डॉक्टर से दिखाया गया. थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गयी. परिजन शराब पीने से मौत होने से इन्कार कर रहे हैं.
सीवान. पचरुखी थाने की पचरुखी पंचायत में संदिग्ध परिस्थिति में एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि दो अन्य लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी है. आंखों की रोशनी कम होने वाले लोगों की संख्या दो से अधिक है. मृतक का नाम सलाउ उर्फ लंगड़ा है, जो पचरुखी पंचायत के भाटी टोला निवासी मो तसलीम पवरिया का पुत्र था. आंख की रोशनी गंवाने वालों में पचरुखी गांव निवासी बैजनाथ महतो के पुत्र सत्येंद्र महतो व केदार शाह शामिल हैं. मृतक सलाउ उर्फ लंगड़ा के परिजनों का कहना है कि पेट में दर्द एवं उल्टी होने के बाद डॉक्टर से दिखाया गया. थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गयी. परिजन शराब पीने से मौत होने से इन्कार कर रहे हैं. लेकिन, गांव के लोगों का कहना है कि शराब पीने के बाद हालत बिगड़ने से मौत हो गयी है.
शराब पीने से कम हो गयी थी आंख की रोशनी
आंखों की रोशनी गांव आने वाले केदार शाह के परिजनों ने रविवार को शहर के एक प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक से इलाज कराया. पहले से गूंगा एवं बहरा होने के कारण केदार शाह न तो बोल सकता है और न सुन सकता है. अब आंखों की रोशनी चले जाने के बाद वह पूर्ण रूप से दिव्यांग हो गया है. परिजनों ने बताया कि शनिवार को काफी मात्रा में शराब पीने के बाद इसकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे जाने लगी. परिजनों ने बताया कि गांव के एक अन्य व्यक्ति सत्येंद्र महतो की भी शराब पीने से आंखों की रोशनी कम हो गयी थी.
परिजनों ने बताया…
परिजनों ने बताया कि उसी ने डॉक्टर का नाम बताया है, जबकि सत्येंद्र महतो ने इस बात से इन्कार किया कि उसकी आंखों की रोशनी शराब पीने से गयी है. गांव के लोगों की बातों पर यकीन किया जाये, तो सत्येंद्र महतो गांव में शराब बेचने का काम करता है. यह पैर से दिव्यांग है. थानाध्यक्ष ददन सिंह ने इस संबंध में कहा कि सलाउ उर्फ लंगड़ा की बीमारी से मौत हुई है. उन्होंने बताया कि सत्येंद्र महतो की आंखों की रोशनी नहीं गयी है व केदार शाह जन्म से अंधा है. दोनों व्यक्तियों के निजी अस्पताल में इलाज कराने की बात से उन्होंने इन्कार किया.