शराब पार्टी मामला: डीएमसीएच में बनी जांच कमेटी, बोले प्रिंसिंपल- मैं पार्टी में नहीं था शामिल
डीएमसीएच के गेस्ट हाउस में डॉक्टरों के शराब पार्टी करते हुए वीडियो वायरल होने के बाद जहां विपक्षी दल के निशाने पर नीतीश सरकार आ गयी है, वहीं डीएमसीएच प्रबंधन ने इस पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है.
दरभंगा. उत्तर बिहार का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज अस्पताल डीएमसीएच अपने किसी ना किसी कारनामे के वजह से हमेशा सुर्खियों में बना रहता है. इस बार का मामला शराब पार्टी से जुड़ा हुआ है. बिहार के इस अस्पताल में एक ओर नशामुक्ति का इलाज चल रहा है, वहीं दूसरी ओर अस्पताल के गेस्ट हाउस में डॉक्टरों द्वारा शराब पार्टी की तस्वीर वायरल हो रही है. डीएमसीएच के गेस्ट हाउस में डॉक्टरों के शराब पार्टी करते हुए वीडियो वायरल होने के बाद जहां विपक्षी दल के निशाने पर नीतीश सरकार आ गयी है, वहीं डीएमसीएच प्रबंधन ने इस पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है. डीएमसीएच के प्रिंसिपल ने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी. वायरल वीडियो में खुद के शामिल होने की बात पर प्रिसिंपल का कहना है कि वे शराब पार्टी में नहीं थे. यदि साबित हो गया तो वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
प्रशासन ने जब्त की शराब की तीन बोतलें
डीएमसीएच परिसर में चल रहे चार दिवसीय 32 वां बिहार पेडिकॉन कॉन्फ्रेंस में पहुंच रहे देशभर के नामचीन डॉक्टरो ने डीएमसीएच के गेस्ट हाउस में शराब पार्टी करते हुए शराबबंदी कानून का धज्जी उड़ा दिया. नतीजतन शराब पार्टी करते का जब वीडियो वायरल हुआ. वीडियो में गेस्ट हाउस के कमरे के अंदर शराब पार्टी का आयोजन कर चियर्स कहकर डॉक्टर शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाते दिखे. इसके बाद प्रशासन ने कारवाई करते हुए गेस्ट हाउस में छापेमारी कर तीन बोतल शराब जब्त कर वायरल वीडियो में दिख रहे लोगों की शिनाख्त कर कार्रवाई में जुटी हुई है. पुलिस का कहना है कि जांच के उपरांत कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
प्राचार्य केएन मिश्रा ने खुद के होने से किया इनकार
इस संदर्भ में जब डीएमसीएच के प्राचार्य केएन मिश्रा से पूछा में गया कि शराब पार्टी की मेहफिल में आप उपस्थित थे. इस पर प्रचार्य ने कहा कि मेरे बारे में वहां बैठने का जो दावा किया जा रहा है. वह गलत है. अगर यह साबित हो जाए तो मैं अपना पोस्ट छोड़ दूंगा. मुझे शराब वाली बात समाचार से ही पता चली है. हमारे यहां बहुत बाहर के डॉक्टर आए हुए हैं. कोई हैदराबाद से तो कोई मुंबई से तो कई लोग दिल्ली और गुजरात से भी आये हुए है. उन लोगों को रहने के लिए रूम दिया गया था. उनका सामान चेक करना मुश्किल था. इस घटना को लेकर जांच कमेटी बना रहे हैं. जिसमें तीन-चार आदमी शामिल होंगे और जांच करेंगे कि शराब कहां से आई और किसने लाया. अभी कांफ्रेंस चल रहा है और बाहर के लोग सब आए हुए हैं. शराब पीने में हमारे यहां का कोई डॉक्टर नहीं है.
भाजपा ने साधा नीतीश सरकार पर निशाना
इधर, दरभंगा के डीएमसीएच में डॉक्टरों की शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद इसको लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब पार्टी को लेकर बीजेपी समेत एनडीए के सहयोगी दल राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है. बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल हो गई है. सम्राट चौधरी ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल्योर है. नीतीश कुमार के राज में तो घर-घर शराब की दुकानें खुल गईं. नीतीश कुमार को इसकी उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए. हॉस्पीटल में अगर शराब मिल रहा है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ नहीं हो सकता है. नीतीश राज में घर-घर शराब बिक रही है यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य सरकार को इसपर तुरंत एक्शन लेना चाहिए.