Bihar News: राज्य में शराब की तस्करी पर नकेल कसने के साथ ही इसके पूरे नेटवर्क और डिलिवरी सिस्टम को स्थायी रूप से ध्वस्त करने पर खासतौर से फोकस किया जा रहा है. इसके तहत पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सभी जिले तस्करी या डिलिवरी सिस्टम में शामिल सभी तरह के लोगों को चिह्नित करके उनकी सूची तैयार की जा रही है. इस सूची में मुख्य रूप से उन लोगों को शामिल किया गया है, जो शराब के धंधे में पिछले कुछ समय से जुड़े हुए हैं और इन पर तीन या इससे ज्यादा केस दर्ज हैं.
शुरुआती जांच में ऐसे दोषी लोगों की संख्या प्रत्येक जिले में औसतन 150 से 200 के आसपास है. इनकी समुचित सूची तैयार करके इनके खिलाफ अभियान चला कर व्यापक कार्रवाई की जायेगी. इनमें बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं, जो पहले शराब के केस में जेल की सजा काट चुके हैं या शराब केस में जेल जाने के बाद बेल पर छूट कर आये हुए हैं और फिर से इसी धंधे में जुट गये हैं. ऐसे लोगों पर खासतौर से नजर रखने के लिए सभी थानों को कहा गया है. शराब केस में जेल जाने वाले करीब 50 फीसदी लोग वापस लौटने पर फिर से उसी धंधे में जुट जाते हैं. यह पुलिस के लिए बेहद चिंता की बात है और सबसे बड़ी चुनौती भी बनी हुई है.
सीएम के निर्देशों पर किया जा रहा है अमल
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को इस बात के सख्त निर्देश जारी कर जिलावार शराब के कारोबारियों के अलावा सभी कुख्यात अपराधियों पर भी कार्रवाई करने के लिए कहा है. अधिकतर मामलों में यह भी देखने को मिल रहा है कि कई कुख्यात अपराधी भी शराब की तस्करी में जुट गये हैं. कई इलाकों में इनके संरक्षण शराब के धंधे होते हैं. इस वजह से इन अपराधियों पर भी खासतौर से नजर रखने के लिए कहा गया है. मुख्यमंत्री ने 16 नवंबर को शराबबंदी कानून की गहन समीक्षा की थी. इसके बाद व्यापक स्तर पर राज्य में शराब और इनके कारोबारियों के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान शुरू हो गया है.
चिह्नित अपराधियों की जमानत रद्द कराने की प्रक्रिया होगी शुरू
सभी जिला स्तर पर चिह्नित किये गये इन अपराधियों की गिरफ्तारी के अलावा लंबित मामलों को निकाल कर इनका बेल रद्द कराने की भी प्रक्रिया तेजी से करायी जायेगी. साथ ही बंदिश लगाने से संबंधित अन्य सभी कार्रवाई भी की जायेगी.
Posted by: Radheshyam kushwaha