पटना: बिहार में पिछले छह साल से अधिक समय से शराबबंदी लागू है. बिहार में शराब की तस्करी होना अब लगभग आम बात हो गया है. लेकिन लोग इसके लिए नए नए जुगाड़ लगाते हैं और दिमाग लगाते हैं कि कैसे किसी भी सामान आदि की तस्करी की जाए. लेकिन कई बार पुलिस की सक्रियता के चलते ये चालाकी तस्करों पर भारी पड़ जाती है और वे दबोचे जाते हैं. शराब तस्करी का एक ऐसा ही नायाब जुगाड़ पं.चंपारण के मोतिहारी जिले से आया है. कुछ लोगों ने शराब स्मगलिंग के लिए नायाब जुगाड़ लगाया मगर उनका तरीका कामयाब नहीं रहा और वो पकड़े गए.
दरअसल, मामला मोतिहारी के मलाही थाना क्षेत्र का है. यहां मलाही पुलिस को शराब तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने खजुरिया में सघन वाहन जांच अभियान चलाया. जांच के दौरान पुलिस ने एक बाइक सवार को रोका. बाइक पर दूध धोने वाला दो टंकी लदा हुआ था. पहले पुलिस को थोड़ा शक हुआ. लेकिन जब पुलिस ने तत्परता से जांच शुरू की तो टंकी के ऊपर में दूध मिला और निचे में शराब रखा हुआ था. शराब की तस्करी का आंदज देख पुलिस वाले हैरान रह गए. कई लोगों को तो साउथ इंडस्ट्री की मशहूर हीरो अल्लू अर्जुन की सुपरहिट मुवी पुष्पा की याद आ गई. बता दें पुष्पा फिल्म में भी दूध की टैंकर में चंदन की लकड़ी की तस्करी की जाती थी.
गिरफ्तार शराब तस्कर की पहचान राम इकबाल के रूप में हुई है. पुलिस ने जब राम इकबाल से पूछताछ कि उसने बताया कि दूध वाले टंकी में वह शराब की खेप को भरकर अरेराज पहुंचाने जा रहा था. आरोपी ने बताया कि इस अंदाज में तस्करी करने पर पुलिस वालों को शक नहीं होता था. लेकिन इस बार वह फंस गया. वहीं, मलाही थानाध्यक्ष ने बताया कि क बाइक पर दो टंकी और एक गैलन लदा हुआ था. लेकिन टंकी में जंग लगा हुआ था. ऐसे में उनको शक हुआ. जिसके बाद सघनता से जांच करने के बाद मामला सामने आया. पुलिस ने बताया कि शराब की टंकी से अंग्रेजी शराब का कुल 347 बोतल बरामद हुए हैं. पुलिस ने बताया कि शराब तस्करी का ऐसा अनोखा अंदाज थाना क्षेत्र में पहली बार सामने आया है.
बता दें कि बिहार में शराब तस्करी का अनोखा अंदाज सामने आता रहता है. बीते कुछ दिन पहले छपरा के माझी थाने की पुलिस ने उत्तर प्रदेश सीमा पर एक बाइक पकड़ी थ. इसमें पेट्रोल टंकी के नीचे एक बॉक्स बनाया गया था, जिसके अंदर शराब की बोतल छुपाई गई थी. इसके अलावा सीट के नीचे भी शराब की बोतलें छुपा कर लाई जा रही थीं. इसके अलावे बिहार से सटे यूपी बॉर्डर से चंदौली के पास एक बोलेरो को पुलिस ने जब्त किया था, जिसकी छत पर केबिन बनाकर उसमें भारी मात्रा में शराब रखी मिली थी. शराब की इस बड़ी खेप को तस्कर बिहार में बेचने के लिए ला रहे थे.
बिहार में पिछले छह साल से अधिक समय से शराबबंदी लागू है, लेकिन ताजा आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के कई जिलों में अभी भी शराब का व्यापार, परिवहन और सेवन जारी है. आंकड़ों के अनुसार, बिहार पुलिस ने इस साल से लेकर 10 सितंबर 2022 तक 1.80 लाख छापेमारी की गयी और 61 हजार 520 अभियोग दर्ज किये गये. साथ ही 86 हजार 32 लोगों को गिरफ्तार किया. जबकि कुल 16 लाख 33 हजार 852 लीटर शराब जब्त की गयी.
पटना: 16 लाख 33 हजार 852 लीटर
वैशाली: 89,944 लीटर
समस्तीपुर: 75,688 लीटर
सारण: 75,294 लीटर
औरंगाबाद: 69,327 लीटर