पलवल एसएसपी की गाड़ी से हो रही थी बिहार में शराब की तस्करी, हरियाणा पुलिस के बयान से और उलझा मामला

इस दुर्घटना के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरु की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2022 3:42 PM

अरवल. अरवल जिले में शराब की एक बड़ी खेप जब्त हुई है. खास बात यह है कि जिस गाड़ी से शराब की खेप मिली है, वो एसएसपी की गाड़ी है. जानकारी के अनुसार एनएच 139 पर वालिदाद कब्रिस्तान के पास औरंगाबाद की ओर से आ रही कार ने एक ट्रैक्टर में टक्कर मार दी, जिससे कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. दुर्घटना के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी.

मौके पर पहुंची मेहंदिया थाने की पुलिस ने कार की तलाशी ली, तो कार के अंदर से भारी मात्रा में शराब बरामद हुई. इस दुर्घटना के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरु की.

जांच के दौरान जब पुलिस के सामने कार मालिक का अता-पता आया तो उसके होश उड़ गये. दरअसल कार एसएसपी पलवल, हरियाणा की है. कार नंबर से वाहन मालिक की पहचान की गयी है. यह कार पलवल के एसएसपी के नाम से रजिस्टर्ड है.

इस मामले में अरवल के एएसपी ने जानकारी देते हुए कहा कि दुर्घटनाग्रस्त कार से 300 लीटर विदेशी शराब बरामद की गयी है. कार पलवल के सीनियर एसपी की है या नहीं इसका पता लगाया जा रहा है, क्योंकि शराब कारोबारियों द्वारा पुलिस को दिग्भ्रमित करने के लिए भी नंबर प्लेट का उपयोग किया जा सकता है.

पुलिस फिलहाल इस बात का पता लगाने में जुटी है कि क्या ये कार एसएसपी की है या फिर शराब कारोबारी द्वारा नंबर प्लेट की मदद लेकर हरियाणा के पलवल एसएससी के नाम से इसे दिखाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस इस मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कई बिंदुओं पर छानबीन में जुटी है.

इस मामले में हरियाणा पुलिस की तरफ से भी बयान सामने आया है. पलवल पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि पुलिस विभाग की गाड़ी स्विफ्ट डिजायर से शराब की तस्करी जो कि बिहार में पकड़ी गई है इस खबर का पलवल पुलिस पूरी तरह से खंडन करती है.

पलवल पुलिस के मुताबिक पुलिस विभाग से नीलामी प्रक्रिया के उपरांत साल 2019 में यह गाड़ी नीलाम हो चुकी है और या गाड़ी हासी निवासी अमित को सुपुर्द की गयी थी. अब सवाल उठता है कि अगर इस नंबर की गाड़ी थाने से निलाम हुई थी तो नंबर का निबंधन एसएसपी के नाम पर कैसे हो गया.

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