पटना. अब एलोपैथ की तरह होम्योपैथ, यूनानी और आयुर्वेद में भी जीवन रक्षक दवा उपलब्ध होगी. आयुष अस्पताल वं दवा खानों में यह दवा मौजूद रहेगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य के अस्पतालों के लिए जीवन रक्षक दवाओं की सूची पहले ही तैयार कर ली गयी थी. अभी तक आयुष क्षेत्र में जीवन रक्षक दवाओं की कोई सूची तैयार नहीं की गयी थी. इससे दवाओं की खरीद और आपूर्ति को लेकर समस्या अभी तक बनी हुई है.
इधर केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने राज्यों में जीवन रक्षक दवाओं की व्यापक सूची तैयार की है. इस सूची के आधार पर राज्य सरकार को दवाओं की खरीद करनी आसान हो गयी है. इसमें आयुर्वेद, होमियोपैथ और यूनानी मेडिसिन शामिल है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य में 3200 से अधिक आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति शीघ्र की जानी है. अब इन चिकित्सकों की नियुक्ति के पहले आयुष मंत्रालय ने दवाओं की सूची जारी कर दी है. मरीजों को आयुर्वेद, होमियोपैथी और यूनानी पद्धति से इलाज करानेवाले मरीजों के लिए दवाओं की खरीद राज्य आयुष समिति कर सकेगी. केंद्रीय आयुष मंत्री सोनेवाल ने भी शनिवार को राज्य आयुष समिति के कार्यों की जानकारी ली थी.
आयुष मंत्रालय द्वारा तैयार की गयी दवाओं में आयुर्वेदिक के लिए 201 दवाओं की सूची तैयार की गयी है. इसमें आसव व अरिष्ट, अर्क कल्पना, अवलेह,खंड, पाक कल्पना, क्वाथ चूर्ण, गुग्गुल, घृत, चूर्ण, तैल, लवण और क्षार, लेप, बटी व गुटिका, नेत्र बिंदु, अंजन, सत्वा, परपत्ती, पिपटी कल्पना, भस्म, मंदुरा, रसयोग और लौह जैसी दवाओं की श्रेणी शामिल है.
इसी प्रकार होमियोपैथी की 200 दवाओं की सूची जारी की गयी है जिसमें उसकी सात प्रकार को पोटेंसी निर्धारित की गयी है. इसी तरह से यूनानी मेडिसिन की भी अलग श्रेणियों की 200 दवाओं की सूची जारी की गयी है.