बिहार में बासी ताड़ी पीने से खराब हो रहा लिवर, IGIMS में 25 मरीज भर्ती, रोजाना आ रहे पांच मरीज

बिहार में बासी ताड़ी पीकर बीमार पड़ने वाले मरीजों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है. बासी ताड़ी पीने से लोगों के लिवर में इन्फेक्शन व लिवर खराब हो रहा है. आइजीआइएमएस में इलाज के लिए आने वाले लिवर में मवाद की बीमारी से पीड़ितों में 77 से 80% का लिवर बासी ताड़ी पीने से खराब हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 2, 2022 8:37 AM

आनंद तिवारी, पटना. प्रदेश में बासी ताड़ी पीकर बीमार पड़ने वाले मरीजों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है. बासी ताड़ी पीने से लोगों के लिवर में इन्फेक्शन व लिवर खराब हो रहा है. आइजीआइएमएस में इलाज के लिए आने वाले लिवर में मवाद की बीमारी (अमिबिक लिवर एबसेस) से पीड़ितों में 77 से 80% का लिवर बासी ताड़ी पीने से खराब हुआ है. इनमें दो प्रतिशत की मौत भी हो चुकी है. आइजीआइएमएस के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ आशीष झा के नेतृत्व में हुए रिसर्च में ये बातें सामने आयी है.

रोजाना आ रहे पांच मरीज

आइजीआइएमएस में लिवर की मवाद बनने से पीड़ित 198 मरीजों पर शोध किया गया था. इनमें 80% ऐसे थे, जो बासी या पुरानी ताड़ी पीने वाले पाये गये. इनमें अधिकतर मरीज कुपोषित हो चुके थे. मरीजों से बातचीत में पता चला कि ये दो दिन पुरानी ताड़ी या फिर सुबह की ताड़ी शाम को पीते थे. वहीं, कुछ का कहना था कि ताड़ी बेचने वाली जगह में गंदगी थी, जहां संक्रमण का खतरा अधिक पाया जाता है.

वर्तमान में करीब 25 मरीज भर्ती

वहीं, संस्थान के गैस्ट्रो विभाग में वर्तमान में करीब 25 मरीज भर्ती हैं, जो ताड़ी पीकर बीमार हैं, जबकि रोजाना पांच से 10 मरीज ओपीडी में इलाज कराने आ रहे हैं. इस शोध को दो प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिका जेजीएच-ओपन व ट्रॉपिकल डॉक्टर में प्रकाशित किया गया है. डॉक्टर एक महीने तक एंटीबायोटिक व एक और दवा देकर इन्फेक्शन कम कर रहे है.

बोले डॉक्टर 

लिवर में मवाद की बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या एक बार फिर से बढ़ने लगी है. गंभीर हालत में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. रोजाना पांच से 10 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं. बढ़ती बीमारी को देखते हुए संस्थान की ओर से इस पर रिसर्च भी किया जा चुका है. रिसर्च का मेन मकसद लोगों को यह बताना है कि लोग दूषित, खराब या ज्यादा ताड़ी नहीं पीएं.

डॉ आशीष कुमार झा, एडिशनल प्रो. गैस्ट्रो

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