Lalit Narayan Mithila University Darbhanga. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के सीनेट की बैठक अब 19 फरवरी को होगी. यह निर्णय कुलपति प्रो. शशि नाथ झा की अध्यक्षता में रविवार को सिंडिकेट की बैठक में लिया. यह बैठक पहले 11 फरवरी को प्रस्तावित थी. बैठक में सदस्यों की ओर से कहा गया कि सीनेट के बैठक की तिथि निर्धारित करने का अधिकार सिंडीकेट को है, लेकिन विश्वविद्यालय ने प्रशासनिक निर्णय के तहत सीनेट की बैठक की तिथि सिंडिकेट सदस्यों की उपलब्धता को जाने बिना अधिकारियों ने तय कर ली थी. सिंडिकेट के अधिकार का अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण करना अनुचित है. बैठक में सदस्यों ने अगले वित्तीय वर्ष का बजट तैयार करने के लिए राज्य सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देश के अनुरूप वित्त समिति को अधिकृत कर दिया.
बैठक में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तरीय विभिन्न सत्र, खंड एवं सेमेस्टर के आयुर्वेद सहित सामान्य कोर्स के नियमित एवं विशेष परीक्षा का लंबित रिजल्ट तथा अंकपत्र अगले सप्ताह शनिवार तक निर्गत करने का निर्णय लिया गया. बैठक में कहा गया कि इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन संबंधित डाटा सेंटर से समन्वय स्थापित कर 23 जनवरी को लंबित रिजल्ट व अंक पत्र सहित अन्य प्रमाणपत्र प्राप्त कर लें. संबंधित कॉलेज एवं छात्रों को शनिवार तक रिजल्ट व अंकपत्र उपलब्ध करा दें. बताया जाता है कि इन पाठ्यक्रमों का रिजल्ट एवं अंकपत्र करीब एक वर्ष विलंब से मिलने जा रहा है. इसमें दयानंद आयुर्वेद कॉलेज सीवान के स्नातकोत्तर के सत्र 2013-14 से लेकर 2019-20 तक के तथा आयुर्वेद स्नातक के सत्र 2015-16 से लेकर 2020-21 तक के छात्र-छात्रा शामिल हैं.
विश्वविद्यालय में शिक्षकेतर कर्मियों के रिक्त पदों के विरुद्ध राज्य सरकार के पत्र के आलोक में संविदा पर नियुक्ति के मुद्दे पर निर्णय लिया गया कि कोटिवार सृजित पदों की संख्या, पदवार कार्यरत कर्मियों की संख्या एवं रिक्त पदों की संख्या सहित अन्य आवश्यक विवरण के साथ प्रस्ताव सिंडिकेट की अगली बैठक में रखा जाये.
बैठक में तीन कॉलेजों के शासी निकाय में दाता सदस्य घोषित करने का भी निर्णय लिया गया. इस निर्णय के तहत जगदीश नारायण संस्कृत महाविद्यालय लगमा में मंगेश मणि, परमेश्वरी वीणा संस्कृत महाविद्यालय पष्टन, मधुबनी में प्रो. विनय कुमार चौधरी एवं हरिहर संस्कृत महाविद्यालय बकुलहर मठ पश्चिम चंपारण में वेदीवन मधुबन संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आरपी चौधुर को दाता सदस्य घोषित किया गया. विवि मुख्यालय के दीवानी तकिया सहित अन्य अतिक्रमित जमीन को शीघ्र मुक्त कराने का निर्णय लिया गया.
अनुकंपा पाल्यों की नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाने तथा पदस्थापन पूर्व संबंधित काॅलेजों से कोटिवार एवं पदवार रिक्ति की जानकारी हासिल कर उसके अनुरूप पदस्थापित करने का निर्णय लिया गया. डीएसडब्ल्यू प्रो. सुरेश्वर झा का कुलसचिव के निर्देश फरवरी 2022 से रोका गया वेतन का भुगतान 15 दिनों के भीतर करने का निर्णय लिया गया. वहीं, वेतन भुगतान कर कार्यान्वयन प्रतिवेदन अगली बैठक में प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया. साथ ही, आउटसोर्सिंग कर्मियों के लंबित मानदेय की राशि की मांग राज्य सरकार से करने का प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया.
बैठक में क्रय विक्रय समिति, अनुमोदन, वरीयता एवं वेतन निर्धारण समिति के अनुशंसित प्रस्ताव को अनुमोदित करने का निर्णय लिया गया. इस निर्णय के तहत शास्त्री एवं उपशास्त्री चार कॉलेजों के शासी निकाय द्वारा नियुक्त 27 शिक्षाकर्मियों के अनुशंसित प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया. आज की बैठक से प्रतिकुलपति प्रो. सिद्धार्थ शंकर सिंह पिछली बैठक की तरह अनुपस्थित रहे. बैठक में विधायक संजय सरावगी, प्रो. विनय कुमार चौधरी, पूर्व विप सदस्य प्रो. दिलीप कुमार चौधरी, प्रो. अजित कुमार चौधरी, प्रो. श्रीपति त्रिपाठी, प्रो. सुरेश्वर झा, प्रो. दयानाथ झा, डॉ अशोक कुमार आजाद, डॉ शिवलोचन झा, डॉ सत्येंद्र नारायण सिंह आदि मौजूद थे.