LNMU: बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 16 सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को लनामिवि कर्मचारी संघ के बैनर तले राज्य सरकार एवं विवि प्रशासन के खिलाफ कर्मचारियों ने विवि मुख्यालय में प्रदर्शन किया. परीक्षा विभाग के कुछ कर्मचारियों को छोड़ शेष विभागों के अधिकांश कर्मी आंदोलन में शामिल रहे. आंदोलन दोपहर करीब दो बजे से हुआ जो कार्यालय अवधि तक जारी रहा. कार्यक्रम का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष शंकर यादव व विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शंकर प्रसाद सिंह कर रहे थे. मौके पर नेताओं ने कहा कि मांगों को लेकर 14 नवंबर को राजभवन मार्च किया जायेगा.
इनकी मांगों में विश्वविद्यालय कर्मियों को सचिवालय कर्मियों की भांति सुविधा, पुरानी पेंशन योजना, क्रिसमस अवकाश की कटौती पुनः बहाल करना, सीनेट में कर्मचारियों की प्रतिनिधि की संख्या एक से बढ़ाकर पांच करना, सिंडिकेट में कम से कम एक कर्मचारी प्रतिनिधि को शामिल करना, वेतन सत्यापन कोषांग को समाप्त करना शामिल है. वहीं गैर शिक्षक पदाधिकारी पद पर शिक्षकेतर कर्मचारियों की पदोन्नति/प्रभार देना, राज्य सरकार द्वारा गठित समितियों में महासंघ के सदस्य को नामित करना, विश्वविद्यालय में कर्मचारियों से संबंधित समितियों में संघ के प्रतिनिधि को नामित करना, रिक्त पद की तिथि से शिक्षकेत्तर कर्मियों को पदोन्नति देना, शिक्षकों की भांति शिक्षकेतर कर्मियों की सेवानिवृत्त की उम्र 65 वर्ष करने सहित 16 मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है.
इससे पहले 15 अक्तूबर को काला बिल्ला लगाकर कर्मियों ने विवि मुख्यालय में विरोध जताया था. वहीं कल भी कर्मियों ने विवि मुख्यालय में प्रदर्शन किया था. कर्मंचारी आगे के आंदोलन की रणनीति भी बना रहे हैं. आंदोलन में उपाध्यक्ष अशोक कुमार अरविंद, भोला पासवान, सचिव मनोज कुमार राम, उपसचिव सुरेन्द्र प्रसाद, संगठन मंत्री रामसेवक भारती, कोषाध्यक्ष अमृत नाथ झा, रामचंद्र प्रसाद सिंह, रायबहादुर भगत, प्रेमचन्द्र प्रसाद, डॉ मंजू राउत, शिव नारायण राय, विरेन्द्र प्रसाद, प्रदीप कुमार पप्पू आदि शामिल थे.