गया. गया शहर के गांधी मैदान में लगाये गये खादी मेले में नये उद्यमियों को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए जिला उद्योग केंद्र के तत्वावधान में कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम व प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना के बारे में विस्तार से जानकारियां दी गयीं. जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत बैंकों द्वारा मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए 50 लाख रुपये तक की मदद दी जाती है, जबकि सर्विस सेक्टर की इकाई के लिए 20 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता का प्रावधान है.
10 लाख रुपये तक के ऋण के लिए किसी प्रकार के कॉलेटरल सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में लगायी जानेवाले यूनिट के लिए इस योजना के तहत सब्सिडी का प्रावधान किया गया है. अलग-अलग क्षेत्रों के लिए सब्सिडी की दर अलग-अलग है, जो अधिकतम 35% तक है. उन्होंने कहा कि खादी व ग्रामोद्योग आयोग द्वारा केंद्रीय स्तर पर यह कार्यक्रम चलाया जाता है और जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से लाभुकों के प्रतिवेदन को बैंकों के पास भेजा जाता है. विभिन्न प्रस्तावों की जांच बैंकों द्वारा की जाती है और उनके द्वारा ही ऋण की स्वीकृति होती है. इसके बाद सब्सिडी का लाभ उद्यमियों को दिया जाता है. इस कार्यक्रम के दौरान जिला खादी ग्रामोद्योग पदाधिकारी सुरेंद्र शर्मा, उद्योग विस्तार पदाधिकारी अनिल कुमार, उद्योग विस्तार पदाधिकारी दिलीप कुमार मंडल व बेनेडिक्ट तिग्गा मौजूद रहे.
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खादी मेले में सैकड़ों लोग आये और उन्होंने बिहार के विभिन्न जिलों के खादी कपड़ों को देखा. मधुबनी की खादी और भागलपुर का सिल्क लोगों को ज्यादा पसंद आया. ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाये गये अचार की भी खूब मांग रही. गांधी मैदान गया में उद्योग मेला 31 दिसंबर तक चलने वाला है. बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि खादी मेला के मंच पर खादी क्विज, बिहार स्टार्टअप नीति, खादी के कपड़े की बुनाई के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जो न सिर्फ रोचक होगा, बल्कि ज्ञानवर्धक भी होगा.