Loan लेने से पहले देख लें, देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने बढ़ाई ब्याज दर, इतना ज्यादा ढीली होगी आपकी जेब

Loan लेने से पहले एक बार फिर से बैंकों के रेट ऑफ इंटररेस्ट को चेक कर लें. हाल के दिनों में केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेटों में उतार-चढ़ाव किया है. इसका असर अब सीधे रुप से आपके उपर अब पड़ने लगा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2023 9:55 PM

Loan लेने से पहले एक बार फिर से बैंकों के रेट ऑफ इंटररेस्ट चेक कर लें. हाल के दिनों में केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेटों में उतार-चढ़ाव किया है. इसका असर अब सीधे रुप से आपके उपर अब पड़ने लगा है. देश के सबसे सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका दे किया है. बैंक ने अपने लैंडिंग रेट्स में बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है. इस बदलाव से अब एसबीआइ के ग्राहकों को महंगा लोन मिलेगा. बैंक एक साल की मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) को 0.10% बढ़ाकर 8.40% करेगी. पहले ग्राहकों के लिए बैंक की एमसीएलआर 8.30 प्रतिशत थी.

15 जनवरी से लागू होगा नया रेट

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार ग्राहकों के लिए नए दर 15 जनवरी 2023 से लागू की जाएगी. एमसीएलआर के महंगा होने से होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरें बैंक के द्वारा महंगी कर दी जाएंगी. बैंक के आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार बैंक ने ये बढ़ोत्तरी एक वर्ष के अवधि के लिए की गयी है. बैंक की ओवर नाइट एमसीएलआर 7.85%, एक से 3 महीने की एमसीएलआर 8%, 6 महीने की एमसीएलआर 8.30%, 2 साल की एमसीएलआर 8.50% और 3 साल की एमसीएलआर 8.60% की लैंडिंग रेट पहले की तरह बरकरार है.

क्या है एमसीएलआर

बैंकों के द्वारा होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरें एमसीएलआर के आधार पर तय की जाती है. दरअसल, मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स वो न्यूनतम दर है जिसपर बैंक अपने ग्राहकों को लोन देती है. आरबीआई ने अलग-अलग तरह के लोन के इंटरेस्ट रेट को निर्धारित करने के लिए 2016 में एमसीएलआर रेट को शुरू किया था. एमसीएलआर के रेट के अनमुसार ही ग्राहकों का EMI तय होता है.

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