Lockdown 2.0 in Bihar: लॉकडाउन 2.0 को लेकर पहले से तैयार थी बिहार पुलिस, हम संभाल लेंगे : डीजीपी
कोरोना से बचाव को लॉकडाउन को तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि हम इसको संभाल लेंगे. इसका पालन कराने में पुलिस को कोई परेशानी नहीं होगी. हमने पहले ही अनुमान कर लिया था कि लॉकडाउन बढ़ेगा. पुलिस को पहले से ही मानसिक रूप से तैयार कर दिया था. सिपाही से लेकर थानेदार-एसपी तक को बता दिया था कि यह बढ़ सकता है. इसी को ध्यान में रखकर प्लान बना लिया गया था.
पटना : कोरोना से बचाव को लॉकडाउन को तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि हम इसको संभाल लेंगे. इसका पालन कराने में पुलिस को कोई परेशानी नहीं होगी. हमने पहले ही अनुमान कर लिया था कि लॉकडाउन बढ़ेगा. पुलिस को पहले से ही मानसिक रूप से तैयार कर दिया था. सिपाही से लेकर थानेदार-एसपी तक को बता दिया था कि यह बढ़ सकता है. इसी को ध्यान में रखकर प्लान बना लिया गया था.
पीएम मोदी द्वारा लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा के बाद डीजीपी मंगलवार की दोपहर को मीडिया से बात कर रहे थे. लोग लंबे समय से घरों में कैद है. गरीब मजदूर रोजी-रोटी को रोजगार करने को निकलना चाहता है. बाहर आने के लिए दवा-खरीदारी आदि के नये-नये तरीके अपनाये जा रहे हैं, ऐसे में अब 19 दिन के इस लॉकडाउन का प्रभावी पालन कराना पुलिस के लिए छोटी चुनौती नहीं है. इस सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि यह बिहार पुलिस के सामने नहीं पूरे देश की पुलिस के सामने चुनौती है.
माहौल बिगाड़ने वालों के घरवालों के शस्त्र लाइसेंस भी रद होंगे
सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले कभी नहीं बचेंगे. अब तक 24 लोग जेल भेजे जा चुके हैं. ऐसे लोगों पर ऐसी कठोर कार्रवाई होगी, जब भी उनके इलाके में माहौल बिगड़ेगा. पुलिस उनको थाना ले आयेगी, एफआइआर होगी, जेल जायेंगे. यदि इनके घर में किसी के पास शस्त्र लाइसेंस है, तो उसे कैंसिल कर दिया जायेगा. उन्होंने जाति-समुदाय विशेष के लोगों को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करनेवालों को भी कार्रवाई की चेतावनी दी है. नेपाल सीमा को पूरी तरह सुरक्षित बताया है. डीजीपी ने कहा कि अब तो बॉर्डर एरिया के सात जिलों के ग्रामीण ही बाहरियों पर नजर रख रहे हैं.