पटना. राज्य में कोरोना संकट की वजह से महात्मा गांधी सेतु और कोइलवर पुल सहित करीब 400 सड़क परियोजनाओं के निर्माण में देरी होगी. वे अपने तय समय पर पूरा नहीं हो सकेंगी. इसका कारण पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों, कर्मियों सहित बड़ी संख्या में मजदूरों को भी संक्रमित होना है. इन सड़क परियोजनाओं में करीब आधा दर्जन मुख्य सड़कों का निर्माण इस साल पूरा होना था.
अब उनको पूरा होने में भी विलंब होगा. इसके साथ ही इन परियोजनाओं से रोजगार सृजन की संभावनाओं पर भी ग्रहण लग गया है. सूत्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से पथ निर्माण विभाग की करीब दो तिहाई परियोजनाएं प्रभावित हैं.
खासकर मजदूरों के संक्रमित होने की वजह और उनमें डर होने से काम में बड़े पैमाने पर बाधा आई है. काम की गति बहुत धीमी हो गई है. विभागीय सूत्रों का कहना है कि फिलहाल काम की नहीं बल्कि काम करने वालों की कमी हो गई है.
कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद रोजगार सृजन : विभागीय सूत्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण खत्म होते ही सड़क निर्माण से जुड़ी करीब 400 परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन होगा.
इसके साथ ही कुछ अन्य परियोजनाओं पर भी काम शुरू होने की संभावना है. ऐसे में फिलहाल काम की गति भले ही धीमी हुई हो लेकिन आने वाले समय में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा.
एमजी सेतु, कोइलवर पुल, विक्रमशिला सेतु, राजेंद्र सेतु के समानांतर गंगा पुल, कोइलवर से बक्सर सड़क, गंगा पाथवे, एनएच 104, 106 और 107, पटना-गया-डोभी आदि.
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि कोरोना की वजह से काम की गति जरूर धीमी हो गई है. इसका असर एमजी सेतु और कोइलवर पुल सहित प्रमुख परियोजनाओं पर भी पड़ा है. उन्होंने कहा कि सड़क परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन की संभावनाएं हैं. ऐसे में आने वाले समय में बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलेगा.
Posted by Ashish Jha