पटना. लॉकडाउन की घोषणा होने और डीटीओ कार्यालय के पूरी तरह बंद होने से उन लोगों की बेचैनी बढ़ गयी है, जिनके वाहनों के कागजात अगले एक दो सप्ताह में लैप्स होने वाले हैं. उनको बाद में रिन्युअल कराने के दौरान पेनाल्टी लगने का भय सता रहा है, लेकिन ऐसे लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. लॉकडाउन के बाद डीटीओ कार्यालय के खुलने पर वे अपने वाहनों के कागजात अपडेट करवा सकते हैं. 30 जून तक ऐसा करवाने पर उन्हें कोई पेनाल्टी नहीं देनी होगी.
लॉकडाउन की बंदी से लैप्स होने वाले कागजातों में डीएल और आरसी रिन्युअल के मामले सबसे अधिक हैं. चूंकि किसी व्यक्ति का डीएल एक बार में 15 वर्षों या एक उम्र के बाद केवल पांच वर्षों के लिए बनता है, लिहाजा हर व्यक्ति को अपने जीवनकाल में कई बार उसका रिन्युअल करवाना पड़ता है.
वाहनों का रजिस्ट्रेशन (आरसी) भी पहली बार में 15 वर्ष और उसके बाद एक बार में केवल पांच वर्षों के लिए रिन्युअल किया जाता है. लिहाजा हर दिन 100 से अधिक ऐसे मामले पटना डीटीओ में आते हैं. 10 दिनों के लाॅकडाउन और बंदी से ही लगभग एक हजार लोगों के डीएल या आरसी रिन्युअल का मामला प्रभावित होने का अनुमान है.
बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी है, जिन्होंने लर्निंग लाइसेंस बनवाने के बाद परमानेंट लाइसेंस के लिए ड्राइविंग टेस्ट देने का मन बनाया था और उसके लिए शुल्क के साथ वे आवेदन भी जमा कर चुके हैं.
उन्हें ड्राइविंग टेस्ट का टाइम स्लॉट भी आवंटित हो चुका था, लेकिन इसी बीच लॉकडाउन की बंदी के कारण सब स्थगित हो गया. ऐसे लोगों को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है और उन्हें लॉकडाउन खत्म होने के बाद टेस्ट देने के लिए नया टाइम स्लॉट दिया जायेगा.
यदि लॉकडाउन लंबा खिंचता है तो पेनाल्टी से छूूट की अवधि 30 जून के बाद भी बढ़ सकती है. पिछले सवा वर्ष में सरकार द्वारा कोरोना संकट व लॉकडाउन के कारण जिस तरह से बार-बार तीन तीन महीने के लिए पेनाल्टी से छूट की अवधि बढ़ायी गयी है, उसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि परिवहन विभाग इसे 30 सितंबर तक आगे भी बढ़ा सकता है.
डीटीओ पुरुषोत्तम ने कहा कि जिनके वाहनों के कागजात लैप्स हो गये हैं, वे रिन्युअल के समय पेनाल्टी को लेकर चिंतित न हों. 30 जून तक किसी प्रकार की पेनाल्टी नहीं लगेगी.
Posted by Ashish Jha