चाचा-भतीजा में शह और मात का खेल जारी, पारस ने किया टीम का ऐलान तो Chirag Paswan ने बुलाई LJP की बैठक
Chirag Paswan Lok Janshakti Party Latest News: रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान व उनके चाचा पशुपति कुमार पारस में अभी शह-मात का खेल जारी है. चिराग पासवान ने रविवार को नयी दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलायी है. इसमें अपने समर्थकों के साथ वर्तमान परिस्थिति में लोजपा में उपजे विवाद पर चर्चा होगी. इसके बाद चिराग अपने समर्थकों की राय पर अपने आगे ही रणनीति तय करेंगे.
रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान व उनके चाचा पशुपति कुमार पारस में अभी शह-मात का खेल जारी है. चिराग पासवान ने रविवार को नयी दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलायी है. इसमें अपने समर्थकों के साथ वर्तमान परिस्थिति में लोजपा में उपजे विवाद पर चर्चा होगी. इसके बाद चिराग अपने समर्थकों की राय पर अपने आगे ही रणनीति तय करेंगे.
इधर, शनिवार को ही पशुपति कुमार पारस ने दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन बुलाकर बताया कि बतौर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी व पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. इसके साथ ही नयी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों की घोषणा करते हैं. नयी कार्यकारिणी के विभिन्न पदों पर कुल आठ सदस्यों के नाम तय किये गये हैं. पारस ने कहा कि आगे एक दो दिनों में अन्य सदस्यों के नाम की घोषणा होगी.
प्रिंस राज व सांसदों को मिली जिम्मेदारी- लोजपा प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने बताया कि पारस की ओर से घोषित नयी कार्यकारिणी में सांसद महबूब अली कैसर, सांसद वीणा देवी व पूर्व विधायक सुनीता शर्मा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी है. सांसद चंदन सिंह, सांसद प्रिंस राज को राष्ट्रीय महासचिव, संजय सर्राफ को राष्ट्रीय प्रवक्ता, रामजी सिंह को राष्ट्रीय महासचिव और विनोद नागर को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सह राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है.
तो अवैध होगी चिराग की बैठक- राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर चिराग गुट की ओर से काफी तैयारी की जा रही है. समर्थकों को दिल्ली बुलाने व पार्टी पर अपनी पकड़ बनाये रखने के पूरे प्रयास किये जा रहे हैं. इधर, पारस गुट की ओर से राष्ट्रीय कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया ताकि चिराग की ओर से आयोजित कार्यकारिणी की बैठक को अवैध करार दिया जा सके.
चुनाव आयोग के निर्देश का इंतजार- दोनों पक्षों की ओर से केंद्रीय चुनाव आयोग में अपनी दावेदारी पेश की जा चुकी है. अब दोनों पक्षों को केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देश का इंतजार है. चुनाव आयोग के निर्णय या निर्देश के बाद ही दोनों पक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर दावेदारी पर आगे बढ़ेंगे.
Posted By : Avinish Kumar Mishra