Bihar News: लोक जनशक्ति पार्टी में टूट के बाद चाचा पशुपति पारस और भतीजा चिराग पासवान गुट द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. पशुपति पारस और उनके साथ बागी सांसद चंदन सिंह ने लोजपा में टूट के लिए चिराग पासवान के पीए सौरभ पांडेय को जिम्मेदार ठहराया है. इधर, आज सौरभ पांडेय ने दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया है.
सौरभ पांडेय की ओर से जारी इस चिट्ठी में रामविलास पासवान चिराग पासवान के भविष्य और वर्तमान को लेकर बात कर रहे हैं. चिट्ठी में रामविलास पासवान ने सौरभ पांडेय को अपने बेटा समान बताया है. पासवान ने अपने पत्र में लिखा कि चिराग जिस तरह कम समय में ही राजनीतिक के शिखर पर गया है, उसमें आपका भी योगदान है.
चिराग पासवान के निजी सलाहकार सौरभ पांडेय ने पत्र शेयर करते हुए लिखा, ‘जिसने मेहनत देखी है अब वो हैं नहीं , जिसने पार्टी को आगे बढ़ाने की ज़िद्द देखी है अब वो हैं नहीं. आइए हम सब चिराग के नेतृत्व में चलें. 1 जनवरी 2020 को आदरणीय स्वर्गीय राम विलास पासवान जी द्वारा लिखा गया पत्र.’ वहीं इस चिट्ठी के बाद अब तक पारस गुट की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
पारस गुट ने साधा था निशाना- बता दें कि लोजपा में टूट के बाद पशुपति पारस और उनके सहयोगियों ने सौरभ पांडेय पर निशाना साधा था. पशुपति पारस ने कहा था कि लोजपा में टूट के लिए सिर्फ़ एक व्यक्ति जिम्मेदार है. मैंने इस संबंध में भाभीजी को भी बताया था, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. वहीं नवादा से लोजपा सांसद चंदन सिंह ने कहा कि सौरभ पांडेय की वजह से पार्टी टूटी है.
मामला चुनाव आयोग के पास- इधर, लोजपा में कब्जा को लेकर पशुपति पारस और चिराग पासवान कैंप के बीच तकरार जारी है. लोजपा किसकी होगी? इसका मामला अब चुनाव आयोग के पास पहुंच गया है. चिराग पासवान चुनाव आयोग में पारस गुट को असंवैधानिक करार देने के लिए अपील की है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra