बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी में टूट के बाद कांग्रेस के भीतर हलचल तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि पार्टी के कई नेता अब दिल्ली दरबार की ओर कूच किया है. माना जा रहा है कि पार्टी के भीतर जल्द ही संगठन स्तर पर बड़ा बदलाव किया जाएगा. हालांकि किन नेताओं पर गाज गिरेगी यह अभी तय नहीं है.
राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने बिहार के कई नेताओं को दिल्ली तलब किया है. वहीं पार्टी के दो विधायक पहले ही ही दिल्ली दरबार में जमे हुए हैं. बताया जा रहा है कि भक्त चरण दास के दौरे के बाद प्रदेश अध्यक्ष के बदलने की चर्चा सबसे तेज है.
अध्यक्ष पद के लिए ये नाम सबसे आगे– कांग्रेस के वरिष्ठ सूत्रों की मानें तो बिहार में प्रदेश अध्यक्ष के लिए सबसे आगे जिन नामों की चर्चा है, उनमें तारिक अनवर, राजेश राम और चंदन यादव शामिल हैं. वहीं पार्टी इस बार दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण समुदाय को साथ लेकर चलने की तैयारी में है. ऐसे में माना जा रहा है कि एक अध्यक्ष और दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है.
लोजपा में टूट के बाद कांग्रेस पर खतरा– रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा में टूट के बाद सबसे अधिक खतरा कांग्रेस को है. बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी के 13 कभी भी बागी हो सकते हैं. इधर, पिछले प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा था कि कांग्रेस में टूट की बात कोरी अफवाह है.
पंजाब और राजस्थान के सियासी हलचल का असर- बताया जा रहा है कि बिहार कांग्रेस के नेता राजस्थान और पंजाब में जारी कलह पर नजर बनाए हुए हैं. अगर हाईकमान इस मामले को आसानी से सुलझा लेती है, तो बिहार में कांग्रेस नेताओं को आलाकमान के प्रति उम्मीद जगेगी. हालांकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो यहां भी बगावत के स्वर तेज हो सकता है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra