पप्पू यादव ने चुनाव में खर्च किए 69.12 लाख रुपये, जानें दो चरणों के चुनाव में किसने कितना खर्च किया?

बिहार में दो चरण के चुनाव के बाद प्रत्याशियों के चुनावी खर्च की क्या है स्थिति. पप्पू यादव 69.12 लाख रुपये खर्च कर टॉप पर रहे, संतोष कुशवाहा, बीमा भारती, गिरधारी यादव, श्रवण कुशवाहा, सुशील सिंह और कुमार सर्वजीत ने भी 50 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किये.

By Anand Shekhar | April 30, 2024 5:45 AM
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सुमित कुमार, पटना.

Lok Sabha Election : पिछले दो चरणों में बिहार के आठ लोकसभा क्षेत्रों से खड़े प्रमुख उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार पर औसतन 50 लाख रुपये खर्च किये. उम्मीदवारों द्वारा चुनाव आयोग को दिये गये खर्च के ब्योरे के मुताबिक पूर्णिया के उम्मीदवारों ने जहां दिल खोल कर खर्च किया, वहीं किशनगंज के उम्मीदवारों ने हाथ बांधे रखा.

टॉप 21 उम्मीदवारों में पूर्णिया के निर्दलीय उम्मीदवार राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव 69.12 लाख रुपये खर्च कर सबसे अव्वल रहे. इसी लोकसभा क्षेत्र के जदयू उम्मीदवार संतोष कुशवाहा ने 56.23 लाख रुपये, जबकि राजद की बीमा भारती ने 50.08 लाख रुपये खर्च किये.

50 लाख रुपये खर्च करने वालों की सूची में बांका के जदयू उम्मीदवार गिरधारी यादव, नवादा और गया से राजद उम्मीदवार क्रमश: श्रवण कुशवाहा और कुमार सर्वजीत तथा औरंगाबाद से भाजपा उम्मीदवार सुशील सिंह शामिल हैं. किशनगंज के तीनों प्रमुख उम्मीदवारों में कांग्रेस के मो जावेद ने 22.76 लाख, जदयू के मुजाहिद आलम ने 15.34 लाख और एआइएमआइएम के अख्तरुल इमान ने मात्र 11.42 लाख रुपये का खर्च दिखाया है.

वाहन, इंधन और चालक पर आधी से अधिक राशि खर्च

नामांकन से लेकर मतदान के पहले तक किये गये व्यय ब्योरे के मुताबिक उम्मीदवारों ने अपनी आधी से अधिक राशि वाहन, इंधन और उसके चालकों पर खर्च की है. उम्मीदवारों ने आयोग की अनुमति लेकर एक दिन में 50 से 90 लग्जरी वाहन तक चलवाये. प्रति दिन प्रति वाहन चार से पांच हजार रुपये तक खर्च आया. शेष राशि नामांकन सभा, नुक्कड़ सभाओं, चुनावी कार्यालयों और प्रचार सामग्रियों पर खर्च की गयी.

अलग-अलग उम्मीदवारों ने प्रति नुक्कड़ सभा 5000 रुपये तक जबकि प्रति जनसभा 20 से 90 हजार रुपये तक खर्च दिखाया है. वहीं, चुनावी कार्यालयों के लिए प्रति कार्यालय किराया, कुर्सी, बैनर, झंडा आदि के एवज में जगह के हिसाब से पांच हजार रुपये से लेकर 17 हजार रुपये तक का खर्च बताया गया है.

व्यय प्रेक्षकों ने खर्च को ” शैडो रजिस्टर ” से कराया क्रॉस वेरिफाइ

उम्मीदवारों के चुनावी खर्च को लेकर हर जिले में व्यय लेखा कोषांग बनाये गये हैं. केंद्रीय निवार्चन आयोग ने इसकी निगरानी को लेकर अलग से व्यय प्रेक्षकों की तैनाती की है. मतदान से पहले तीन बार उम्मीदवारों के व्यय लेखा रजिस्टर की जांच की गयी. रिटर्निंग अफसरों के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी और व्यय प्रेक्षकों ने ” शैडो रजिस्टर” से भी उम्मीदवारों के खर्च का मिलान किया.

हर उम्मीदवार के खर्च की जानकारी रखने को लेकर जिला प्रशासन ने अलग से टीम बना कर उनको ” शैडो रजिस्टर ” बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है. उम्मीदवारों को अंतिम निर्वाचन व्यय का लेखा-जोखा परिणाम घोषित होने के 30 दिन के भीतर जमा कराना अनिवार्य होगा. मालूम हो कि निर्वाचन आयोग ने इस लोकसभा चुनाव में खर्च की अधिकतम सीमा 95 लाख रुपये निर्धारित कर रखी है. 2004 में चुनाव खर्च की सीमा मात्र 30 लाख रुपये थी.

तीसरे चरण की व्यय जांच के बाद उम्मीदवारों द्वारा खर्च की गयी राशि :

नामपार्टीजिलाधनराशि (लाख रुपये)
कुमार सर्वजीतराजदगया51.75
जीतन राम मांझीहमगया44.81
अभय कुशवाहाराजदऔरंगाबाद39.26
सुशील कुमार सिंहभाजपाऔरंगाबाद54.48
विवेक कुमार ठाकुरभाजपानवादा49.85
श्रवण कुशवाहाराजदनवादा59.68
विनोद यादवनिर्दलीयनवादा47.88
अर्चना रविदासराजदजमुई39.85
अरुण भारतीलोजपाजमुईअस्पष्ट
मुजाहिद आलमजदयूकिशनगंज15.34
मो जावेदकांग्रेसकिशनगंज22.76
अख्तरूल इमानएआइएमआइएमकिशनगंज11.42
बीमा भारतीराजदपूर्णिया50.08
संतोष कुशवाहाजदयूपूर्णिया56.23
पप्पू यादवनिर्दलीयपूर्णिया69.12
तारिक अनवरजदयूकटिहार47.19
दुलाल चंद गोस्वामीजदयूकटिहार21.27
अजय मंडलजदयूभागलपुर49.26
अजीत शर्माकांग्रेसभागलपुर36.99
जयप्रकाश नारायण यादवराजदबांका33.58
गिरधारी यादवजदयूबांका52.55
किसने खर्च की कितनी राशि

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