बिहार में राजद और जदयू को मिलेगी अधिक सीटें! I-N-D-I-A में सीट शेयरिंग पर मंथन शुरू, जानिए क्या होगा फॉर्मूला

बिहार में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग पर मंथन शुरू हो गया है. जदयू और राजद बिहार में लीड भूमिका में होगी. तीन सप्ताह में सभी सीटों के बंटवारे का दावा ललन सिंह की ओर से किया गया है. जानिए क्या हो सकता है फॉर्मूला..

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2023 8:32 AM
an image

Bihar Political News: गैर भाजपा दलों के इंडिया गठबंधन में बिहार की चालीस सीटों के बटवारे का मंथन शुरू हो गया है. घटक दलों के नेताओं की अपने दल की होमवर्क के साथ कई दौर की अनौपचारिक बैठक हो चुकी है. जल्द ही औपचारिक बैठक भी होगी. बिहार में जदयू और राजद लीड भूमिका में होंगे. बुधवार को इंडिया गठबंधन की नयी दिल्ली की हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि सीटों के बंटवारे में जिस प्रदेश में क्षेत्रीय दल ताकतवर हैं,वहां उनकी प्राथमिकता होगी. इसी तर्ज पर अब बिहार में विपक्षी दलाें के बीच सीट बंटवारे पर बात शुरू हो गयी है.

सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या होगा?

बिहार में जदयू के जहां 16 लोकसभा के सदस्य हैं. वहीं राजद की विधानसभा में 79 विधायक हैं.ऐसी स्थिति में सीटों के बटवारे में जदयू और राजद की बराबर की हिस्सेदारी हो सकती है.बाकी की सीटों में आधा कांग्रेस को दी जायेगी और बाकी की सीटें वामदलों के हिस्से में आयेगी. इसी फार्मूले पर इंडिया के घटक दलोंकी बातचीत आगे बढ़ी है. प्रदेश कांग्रेस जल्द ही अपने पसंद की सीटों की सूची आलाकमान को भेजने वाला है. इधर, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को कहा है कि गठबंधन में सभी सीटों का बंटवारा तीन सप्ताह में हो जायेगा. गतिरोध की खबरों पर उन्होंने कहा कि जो भी कुछ लोग कह रहे हैं वह ज्योतिष नहीं हैं, इंडिया गठबंधन में सब ऑल इज वेल है.

ललन सिंह व विजय चौधरी से मिले नीतीश कुमार

दूसरी ओर सीटों के बटवारे को लेकर चल रही गहमागहमी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार की देर शाम जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी से उनके आवास जाकर मुलाकात की. इसके बाद मुख्यमंत्री अपने आवास लौट गये. सूत्रों के अनुसार इससे पहले शनिवार दोपहर बाद ललन सिंह और विजय कुमार चौधरी ने मुख्यमंत्री आवास जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. वहां करीब एक घंटे तक उन सभी के बीच ताजा राजनीतिक हालात और पार्टी संगठन के कार्यक्रमों को लेकर बातचीत हुई. इस मुलाकात के बाद जब वहां से ललन सिंह निकलने लगे तो मुख्यमंत्री ललन सिंह के साथ ही उनके आवास पहुंचे. वहां करीब 10 मिनट तक मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी से उनके आवास पर पहुंचकर मुलाकात की.

Also Read: गिरिराज सिंह और लालू यादव के बीच फ्लाइट में ‘मटन’ पर हुई चर्चा! तेजस्वी ने बताया और क्या हुई बात..
तेजस्वी यादव ने सीट शेयरिंग पर कहा..

इधर, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीट शेयरिंग को लेकर कहा है कि यह समय से हो जायेगा. इसमें कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में कोई लड़ाई नहीं है. जब पत्रकारों ने कहा कि इंडिया गठबंधन के बाद महागठबंधन में बेचैनी है, तो तेजस्वी ने कहा यह बात किसने कहा, यह बेचैनी भाजपा में है. उन्होंने कहा कि बिहार में लड़ाई कहां है. गठबंधन में सीट शेयरिंग का काम जल्द निबटा लिया जायेगा. बता दें कि शुक्रवार को तेजस्वी यादव ने सीएम हाउस जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई थी और ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि दोनों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर ही बातचीत हुई होगी.


कांग्रेस को 6 सीटों पर कांग्रेस से मिली थी मात

बता दें कि बिहार में इस बार सियासी समीकरण बदले हुए हैं. जदयू ने खुद को एनडीए से अलग कर लिया और महागठबंधन सरकार सूबे में एकबार फिर से बनी है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और राजद, कांग्रेस व वामदल सत्ते में आ गयी है. भाजपा इसबार जदयू के खिलाफ मैदान में दिखेगी. वहीं पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 9 सीटें मिली थीं. जहां 6 सीटों पर पार्टी दूसरे नंबर पर रही थी. इन 6 सीटों पर जदयू और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर हुई थी. जिसमें जदयू उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी. यानी इन सीटों पर जदयू फिर से उम्मीदवार खड़ा करना चाहेगी. जिसके बाद कांग्रेस के लिए इन सीटों पर दावेदारी में थोड़ी मुश्किलें आ सकती हैं. वहीं किशनगंज सीट एकमात्र ऐसी सीट थी जिसपर कांग्रेस उम्मीदवार को प्रदेश में जीत मिली थी.

वामदलों की अपनी दावेदारी

वामदल की बात करें तो वामदलों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है. वामदलों ने 20 से अधिक सीटों पर अपनी दावेदारी पेश करने की तैयारी की है. वहीं अगर उनकी बात इंडिया गठबंधन में नहीं बनती है तो ऐसी भी संभावना है कि वामदल अलग होकर उम्मीदवार मैदान में उतारे.

Exit mobile version