बिहार की मॉडल मानवी को रांची के मॉडलिंग इंस्टीट्यूट के मालिक तनवीर ने किया ब्लैकमेल, जानें आरोप..

Bihar News: बिहार की रहने वाली मानवी राज ने रांची के मॉडलिंग इंस्टीट्यूट के संचालक पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. मानवी बिहार की रहने वाली है. बचपन से ही उन्हें मॉडल बनने की इच्छा रही है. वह मॉडलिंग की दुनिया में आगे नाम कमाना चाहती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2023 1:43 PM
an image

Bihar News: बिहार की रहने वाली मानवी राज ने रांची के मॉडलिंग इंस्टीट्यूट के संचालक पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. मानवी बिहार की रहने वाली है. बचपन से ही उन्हें मॉडल बनने की इच्छा रही है. वह मॉडलिंग की दुनिया में आगे नाम कमाना चाहती है. इसलिए वह खुद को मॉडलिंग में ग्रूम करने के मकसद से रांची आई थी. मॉडलिंग इंस्टीट्यूट के मालिक को मानवी पसंद भी आई. इसके बाद दोनों के बीच दोस्ती हुई. मानवी के अनुसार इंस्टीट्यूट मालिक ने अपना नाम यश राज बताया. जबकि, उसका असली नाम तनवीर अख्तर खान है. वह इस रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहता था.

इंस्टीट्यूट मालिक पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने का आरोप

मानवी ने कहा है कि जब उसे इस बात की जानकारी मिली कि इंस्टीट्यूट मालिक ने उसे अपना नाम गलत बताया है, तो उसने दोस्ती तोड़ दी. लेकिन, वह उसपर शादी के लिए दबाव बनाने लगा. इसके अलावा वह यह भी चाहता है कि मानवी अपना धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन जाए. मॉडल का यह भी आरोप है कि उसे आपत्तिजनक फोटो वायरल करने की धमकी मिल रही है. हालांकि, आरोपी ने इस सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. साथ ही फर्जीवाड़े का आरोप भी लगाया है.

Also Read: BSSC CGL- 3 PT का रिजल्ट जारी, कट ऑफ ने चौंकाया, यहां चेक करें परिणाम..
इंस्टीट्यूट मालिक ने फर्जीवाड़े का लगाया आरोप

मानवी ने जानकारी दी है कि धमकी के बाद वह तंग आकर बिहार वापस आ गई थी. इसके बाद करियर में आगे बढ़ने के लिए मुंबई गई. लेकिन, तनवीर यहां भी उनके पीछे आ गया. उन्होंने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई. इसके बाद परिवार के कहने पर समझौता कर लिया. इतना कुछ होने के बाद भी वह नहीं सुधरा और उसने फोटो एडिट करके परिवार को भेज दिया. दूसरी ओर आरोपी ने फिलहाल सभी आरोपों को खारिज कर दिया है और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है.

Published By: Sakshi Shiva

Also Read: बिहार: सात फेरे लेने के बाद अगले दिन परीक्षा देने पहुंची दुल्हन, जानें क्यों लिया ये फैसला

Exit mobile version