गया शहर के करीमगंज मुहल्ले के रोड नंबर दो में रहनेवाले मोहम्मद रेयाजुद्दीन की बेटी उजैफा सिमाब के बयान पर दहेज उत्पीड़न मामले को लेकर अपने पति सहित ससुराल के कई सदस्यों पर सिविल लाइंस थाने में शनिवार को प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पीड़िता उजैफा सिमाब ने सिविल लाइंस थाने के दारोगा को बताया है कि 23 फरवरी 2022 को गया जिले के आंती थाने के मडुका गांव के रहनेवाले एक युवक से उनकी शादी मुस्लिम रीति-रिवाज से हुई. उनके परिजनों ने दहेज स्वरुप करीब 10 लाख रुपये नकद व करीब 17 लाख रुपये का सामान दिया.
शादी के बाद वह अपने ससुराल पहुंची, तो उससे पांच लाख रुपये और दहेज की मांग की जाने लगी. मायके से पांच लाख रुपये और नहीं मंगाने पर उसे ससुराल में मारपीट कर प्रताड़ित किया जाने लगा. ससुरालवालों ने उसके पास से करीब आठ लाख रुपये के सोने के जेवर छीन लिये. मारपीट कर उसकी हत्या करने की कोशिश ससुरालवालों के द्वारा की गयी. अब उनका पति 20 अप्रैल 2022 को विदेश भागने के फिराक में है. इधर, सिविल लाइंस थानाध्यक्ष अब्दुल गफ्फार ने पीड़िता के बयान पर पति सहित ससुराल के छह सदस्यों के विरुद्ध नामजद केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
गया के गुरारू थाना क्षेत्र के रुकुनपुर गांव में एक विवाहिता को दहेज के लिए जलाने का मामले सामने आया है. आग से बुरी तरह झुलसी महिला का गया मेडिकल में इलाज चल रहा है. पीड़िता के पिता रामचंद्र साव ने आरोप लगाया है कि दहेज में बाइक की मांग पूरी नहीं किये जाने पर ससुराल में उनकी बेटी को प्रताड़ित किया जाता था. दहेज की खातिर ही मेरी बेटी को जला कर मारने का प्रयास किया गया. घटना को लेकर पांच लोगों को नामजद बनाया है.
पति रोहित साव सहित सास – ससुर व देवर एवं शादी कराने वाले अगुआ को भी नामजद आरोपित बनाया गया है. पुलिस ने लड़की के पिता के द्वारा दिए आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया है. थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है. घटना की हर पहलू पर जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद सास को हिरासत में लिया गया है. अन्य अभियुक्त घर से फरार हैं.