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होटल विराट और एसएसजे इंटरनेशनल में लगी आग से हुई थी सात की मौत, 16 इंजीनियरों को चार्जशीट

यूपी की राजधानी लखनऊ में होटल लेवाना में लगी आग ने चारबाग के नाका क्षेत्र में चार साल पहले हुए ऐसे ही एक अग्निकांड की याद दिला दी है, जिसमें सात लोगों की मौत हो गयी थी. यह आग होटल एसएसजे और होटल विराट में 19 जून 2018 को लगी थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2022 4:25 PM

Lucknow: यूपी की राजधानी लखनऊ में होटल लेवाना में लगी आग ने वर्ष 2018 में हुए ऐसे ही एक अग्निकांड की याद दिला दी है, जिसमें सात लोगों की मौत हो गयी थी. यह हादसा चारबाग के नाका क्षेत्र में हुआ था. जहां होटल एसएसजे इंटरनेशनल और होटल विराट में 19 जून 2018 को आग लग गयी थी. इस अग्निकांड के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने दोनों होटलों को ध्वस्त कर दिया था.

होटल विराट और एसएसजे इंटरनेशनल में आग से एक बच्चे सहित सात लोगों की मौत हो गयी थी. इस मामले में लंबे समय तक जांच चली थी. तत्कालीन एडीजी राजीव कृष्ण और एलडीए के तत्कालीन वीसी पीएन सिंह ने इस अग्निकांड की जांच की थी. इस जांच में कुल 16 इंजीनियरों को दोषी माना गया था. लेकिन शासन ने एक और जांच उच्च स्तरीय समिति से करायी थी. जिसके आधार पर 16 लोगों को चार्जशीट दी गयी है.

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ये हैं आरोपी

होटल विराट और होटल एसएसजे इंटरनेशनल मामले में 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इनमें से कई इंजीनियर रिटायर हो चुके हैं. जिन लोगों को चार्जशीट दी गयी है, उनमें अधीक्षण अभियंता अजय कुमार सिंह द्वितीय, अधिशासी अभियंता ओम प्रकाश मिश्रा, आलोक रंजन, अरुण कुमार सिंह, वकील अहमद, सहायक अभियंता गणेशी दत्त सिंह, ओम प्रकाश गुप्ता, अवर अभियंता अनिल मिश्रा, जनार्दन सिंह, प्रमोद कुमार वर्मा, राकेश मोहन, अरविंद उपाध्याय, अनिल कुमार सिंह द्वितीय, प्रभुनाथ पांडेय, जयवीर सिंह तथा रविंद्र श्रीवास्तव है.

ये था मामला

एसएसजी इंटरनेशनल और विराट होटल में 19 जून 2018 को आग लगी थी. तत्कालीन एडीजी राजीव कृष्ण की जांच में 30 अधिकारियों, इंजीनियर, कर्मचारियों को होटल के अवैध निर्माण और अग्निकांड के मामले में जिम्मेदार माना गया था. ये लोग चारबाग इलाके में वर्ष 2012 से 2018 तक तैनात थे.

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