बिहार के कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड में स्थित पवरा पहाड़ी में मां मुंडेश्वरी धाम के दर्शन करने आने वाले भक्तों को अब ज्यादा परेशानी नहीं होगी. राज्य सरकार के द्वारा वहां अब रोपवे का निर्माण किया जा रहा है. रोपवे निर्माण को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की स्थायी समिति की बैठक में मंजूरी मिल गई है. इस खबर के बाद मां के भक्तों में खुशी का माहौल है. मां का धाम जिले के पवरा पहाड़ी पर स्थित है. मां मुंडेश्वरी धाम में नवरात्रि के वक्त भक्तों की काफी भीड़ लगती है. बता दें कि वर्तमान में मां के मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्त सीढ़ी या सड़क मार्ग का इस्तेमाल करते हैं.
मां मुंडेश्वरी के धाम में वैसे तो हमेशा हीं भक्तों की भीड़ रहती है, लेकिल नवरात्र के महीने में लोगों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है. इस वक्त यहां, मां के दर्शन के लिए भक्त देश-विदेश से आते हैं. भक्त अगर सीढ़ीयों के रास्ते आते हैं तो उन्हें 565 सीढ़ियां चढ़नी होती है. जबकि, सड़क मार्ग से आते हैं तो 65 सीढ़ीयों को चढ़ना पड़ेगा. रोपवे के निर्माण से यहां पर्यटन की संभावनाओं का विकास होगा. इस धाम की एक खास बात ये है कि यहां बकरे की रक्त विहीन बली दी जाती है. हालांकि, श्रद्धालुओं का कहना है कि मां के दर्शन के लिए रोपवे के निर्मान हो जाने से वृद्ध एवं असहाय लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी और साथ हीं दूर -दूर से भी लोग दर्शन के लिए आ सकेगें.
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रोपवे निर्माण को लेकर कैमूर डीएफओ चंचल प्रकाशम ने बताया कि मां मुंडेश्वरी धाम में रोपवे निर्माण पर्यटन विभाग करवा रही है. इसके लिए नेशनल वाइल्डलाइफ के पास प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी है. अब एजेंसी फॉरेस्ट क्लीयरेंस अप्लाई करेगी. जिसके बाद निर्माण का काम शुरू हो जाएगा. रोपवे के निर्माण से जंगल पर गाड़ियों का दवाब काफी हद तक कम होगा. वहीं, मां मुंडेश्वरी धाम के पुजारी मुकेश उपाध्याय का कहना है कि यहां रोपवे निर्माण होने की सूचना मिली है. उन्होनें कहा कि साथ ही रोपवे होने से यहां आने वालों को काफी सुविधा होगी.