बिहार के नवादा में दिन भर चलता रहा पागल हाथी का तांडव, छह को कुचला, चार मरे
नवादा जिले के नारदीगंज, हिसुआ और मेसकौर में एक हाथी ने छह लोगों को कुचला डाला, जिनमें चार की मौत हो गयी. दो जख्मी लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे लोगों में दशहत कायम है.
हिसुआ (नवादा). नवादा जिले के नारदीगंज, हिसुआ और मेसकौर में एक हाथी ने छह लोगों को कुचला डाला, जिनमें चार की मौत हो गयी. दो जख्मी लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे लोगों में दशहत कायम है.
जानकारी के अनुसार, बुधवार की रात नारदीगंज के बभनौली गांव में स्व श्री चौहान के बेटे विनोद चौहान (40 साल) को हाथी ने कुचल डाला, जिससे उनकी मौत हो गयी. विनोद खेत की ओर जा रहे थे.
वहीं, हिसुआ में गुरुवार की सुबह श्रीसिंह के पुत्र आनंदी सिंह (65 साल) को हाथी ने सूड़ से फेंक कर पैर से कुचल दिया. वह खेत में सरसों की फसल की कटाई कर रहे थे. आनंदी सिंह पीएचइडी ऑपरेटर बेगूसराय से सेवानिवृत्त हुए थे.
घटना के बाद परिजनों और घर-परिवार के लोगों की चीख-पुकार के बाद अन्य लोगों के भागने के क्रम में भी हाथी हमला कर दे रहा था.
वहीं, अरियन, एकनार गांव के खेतों से चलते हुए बलियारी गांव, नंदलाल बिगहा गांव होते हुए धनवां, मनवां और नरहट के भीम बिगहा और फिर मेसकौर प्रखंड के सीतामढ़ी तक हाथी पहुंच गया. मेसकौर के हसनचक गांव निवासी स्व ढाको यादव के बेटे बालेश्वर यादव को हाथी ने कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गयी. वह प्याज के खेत में काम कर रहे थे.
नारदीगंज के कोसला के एक वृद्ध और धनवां गांव निवासी सत्यनारायण सिंह के बेटे जीवन कुमार को भी हाथी ने बुरी तरह से जख्मी कर दिया. इसके अलावा मेसकौर के सीतामढ़ी के लछुबिगहा गांव में एक किशोर को पटक कर जख्मी कर दिया. जख्मी किशोर ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.
हाथी का दिन भर मौत का तांडव चलता रहा. जहां-जहां से हाथी गुजरा वहां खौफ और दहशत का माहौल बना रहा. लोग आसपास के गांवों के लोगों को आगाह करते रहे. दिन भर के तांडव के बाद भी उस पर काबू नहीं पाया जा सका.
Posted by Ashish Jha