बिहार में एनकाउंटर: पुलिस वर्दी पहनकर हत्या करता था प्रमोद यादव, कोसी-सीमांचल का था आतंक
बिहार पुलिस और STF ने एक कुख्यात अपराधी की एनकाउंटर किया जो पुलिस की वर्दी पहनकर भी हत्या कर आता था. उसका अंतिम संस्कार किया गया.
बिहार के मधेपुरा में पुलिस व एसटीएफ ने मिलकर पिछले दिनों शातिर अपराधी प्रमोद यादव का एनकाउंटर किया था. शनिवार को पुलिस अभिरक्षा में ही कुख्यात के शव को हथिऔंधा पंचायत के सिंदुरिया टोला वार्ड 13 स्थित उसके घर लाया गया जहां पुलिस अभिरक्षा में ही उसका दाह संस्कार किया गया. प्रमोद यादव को उसके नाबालिग बेटे ने मुखाग्नि दी.मौके पर कई पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद रहे. इस तरह आतंक के एक अध्याय का अंत पूरी तरह से हो गया और लोगों को प्रमोद यादव के आतंक से छुटकारा मिला.
शातिर प्रमोद यादव ने पुलिसिया वर्दी में भी दिया था घटना को अंजाम
पूर्णिया, मधेपुरा, कटिहार सहित आसपास के कई इलाकों में आतंक के बल पर वर्चस्व कायम रखने वाले 20 से अधिक संगीन मामलों के आरोपी हथियोन्धा सिंदुरिया टोला निवासी प्रमोद यादव को एसटीएफ ने आखिरकार मार गिराया. प्रमोद हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी सहित 20 से अधिक संगीन मामलों में आरोपित था. अक्सर मामलों में वह पुलिस की पकड़ से बाहर ही रहा. इसके कारण सरकार ने तीन लाख का इनाम भी घोषित किया था. उसके घर पर कई बार इश्तेहार तक चिपकाया गया था, लेकिन उसने आत्मसमर्पण नहीं किया.
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पुलिस पर कर चुका था जानलेवा हमला, वर्दी पहनकर करता था हत्या
प्रमोद यादव ने अपने गैंग के साथ दो बार पुलिस पार्टी पर भी जानलेवा हमला किया था. इतना ही नही उसने पुलिस की वर्दी का भी गलत उपयोग किया था. वर्दी पहन कर भी कई हत्याएं कर चुका था.वर्ष 2020 के जनवरी माह में हथियार से लैस प्रमोद यादव गैंग ने पूर्णिया जिले के धमदाहा थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया था. उसी वर्ष जून माह में जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर वह पुलिस बनकर आया और अपने गांव हथिऔंधा के ही इन्द्रदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
पुलिस को देखकर हथियार लहराकर भागा था..
6 जनवरी 2021 को अपनी पत्नी की हत्या मामले का एकमात्र मुख्य गवाह मौजमपट्टी ग्राम निवासी टेम्पो चालक अरुण कुमार यादव हत्याकांड में भी फरार आरोपी था. उसी मामले में तीन जून 2022 को रघुवंशनगर ओपी अध्यक्ष धन प्रसाद इश्तेहार चिपकाने पुलिस बल के साथ हथियोन्धा गांव प्रमोद यादव के दरवाजे पर पहुंचे थे. पुलिस के प्रमोद यादव के दरवाजे पर पहुंचते ही प्रमोद यादव हथियार लहराते हुए भागने लगा.
गोली का झोला फेंककर भागा
पुलिस द्वारा पीछा करने पर खुद को घिरता देख प्रमोद यादव अपने पास रखे गोली का झोला गड्ढे में फेंकते हुए भागने में सफल रहा था. पुलिस ने झोला से कुल 22 जिंदा कारतूस बरामद किया था. पुलिस द्वारा उक्त मामले में ओपी अध्यक्ष धन प्रसाद के फर्द बयान पर कांड संख्या 234/22 दर्ज किया गया था. उक्त मामले में भी मृतक आरोपी के घर इश्तेहार चिपकाया गया था.