खराब मशीनों को कराया जा रहा दुरुस्त
मधेपुरा : प्रभात खबर में आपने कहा और हमने किया अभियान के तहत प्रकाशित खबर पर सदर अस्पताल प्रशासन हरकत में आयी और महीनों से खराब सीवीसी मशीन को दुरुस्त करने की कवायद तेज कर दी. मंगलवार को सीवीसी मशीन को दुरुस्त करने के लिए टेक्निशयन को बुलाया गया. सीवीसी मशीन को लगभग दुरुस्त कर […]
मधेपुरा : प्रभात खबर में आपने कहा और हमने किया अभियान के तहत प्रकाशित खबर पर सदर अस्पताल प्रशासन हरकत में आयी और महीनों से खराब सीवीसी मशीन को दुरुस्त करने की कवायद तेज कर दी. मंगलवार को सीवीसी मशीन को दुरुस्त करने के लिए टेक्निशयन को बुलाया गया. सीवीसी मशीन को लगभग दुरुस्त कर लिया गया. मशीन से पूर्णत: ब्लड कल्चर समेत अन्य कई महत्वपूर्ण जांच होती है. इसके साथ ही टीसीडीसी प्लेटलेट्, हेमोगलोबीन मरीजों की जांच की जाती है. यह मशीन लंबे समय से खराब थी. तब प्रभात खबर ने पाठकों की राय पर इस मामले 31 जुलाई के अंक में प्रकाशित कर सदर अस्पताल प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराया था.
गौरतलब है कि प्रभात खबर द्वारा आयोिजत साप्ताहिक बैठक में आम जनता ने कहा था कि रेफर सेंटर बन कर रह गया है सदर अस्पताल. लोगों ने कहा था कि शहर में मामूली सर्दी, खांसी व बुखार के अलावा जरा भी गंभीर बीमारी की चिंता लेकर सदर अस्पताल पहुंचेंगे, तो सीधे रेफर कर दिये जायेंगे. इसमें यह बातें खुल कर सामने आयी कि सदर अस्पताल में अधिकांश मशीनें खबरा है और इसके ठीक होने के दूर दूर तक कोई उम्मीद नहीं है.
इसमें पैथोलॉजी, सेमीऐलाइजर मशीन, सीवीसी मशीन, माइक्रो स्कॉप, सेंट्रिफ्यूज मशीन, सदर अस्पताल में उपलब्ध है. जिसमें माइक्रो स्कोप मशीन खराब थी और सेंट्रिफ्यूज मशीन भी खराब है. सेमी एनेलाइजर मशीन से मरीजों का बायो केमेस्ट्री टेस्ट की जाती है. माइक्रो स्कोप से हर तरह की जांच चेक की जाती है. इन मशीनों से सदर अस्पताल में कालाजार, इएसआर, हेमोग्लोबीन, ब्लड सुगर, ब्लड यूरिया, यूरिक एसीड, सिरप विली स्वीन, एसजीपीटी, एसजीओटी, कैल्शियम, लुकविड प्रोफाइल, क्रिटिनींद की जांच की जाता है. सदर अस्पताल में आज भी मलेरिया का किट एक सप्ताह से नहीं है. प्लेटलेट, यूरिन कल्चर की जांच मशीन खराब रहने के कारण नहीं हो रही है.