दक्षिणी भाग में बढ़ता जल स्तर चिंता का सबब : डीएम

जल्द मिलेगी राहत. सड़कों का युद्ध स्तर पर हो रहा मरम्मत 102 नाव, 10 सरकारी मोटर वोट का हो रहा परिचालन लगभग 35 हजार खाद्यान के पैकेट वितरित मधेपुरा : कोसी नदी का जल स्तर बढ़ने व अत्यधिक वर्षा के कारण जिले के नौ प्रखंड के 61 पंचायत की लगभग एक लाख 27 हजार की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2017 4:24 AM

जल्द मिलेगी राहत. सड़कों का युद्ध स्तर पर हो रहा मरम्मत

102 नाव, 10 सरकारी मोटर वोट का हो रहा परिचालन
लगभग 35 हजार खाद्यान के पैकेट वितरित
मधेपुरा : कोसी नदी का जल स्तर बढ़ने व अत्यधिक वर्षा के कारण जिले के नौ प्रखंड के 61 पंचायत की लगभग एक लाख 27 हजार की आबादी बाढ़ की चपेट में है.
कुल मिलाकर पानी से अब तक 143 राजस्व ग्राम घिरे हुये हैं. जिला प्रशासन द्वारा एक सौ दो नाव, 10 मोटर वोट का परिचालन किया जा रहा है, जबकि 34 हजार 670 खाद्यान के पैकेट लोगों को उपलब्ध कराये गये हैं. उपरोक्त बातें शुक्रवार को समाहरणालय में प्रेसवार्ता के दौरान डीएम मो सोहैल ने कही. वहीं 435 परिवार को पॉलिथीन सिडस उपलब्ध कराया गया है. राहत शिविर में रह रहे लोगों को सैनेट्री नैपकीन, शौचालय, साबुन तेल की व्यवस्था की गयी है, जबकि सुबह का नाश्ता दोपहर एवं रात में भोजन के साथ साथ पांच साल से कम आयु के बच्चों को दूध भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
जिले के उत्तर व पूर्वी इलाके में जल स्तर में तेजी से कमी आ रही है, जबकि दक्षिणी भाग में जल स्तर में वृद्धि हो रही है. इन इलाकों में ग्वालपाड़ा, आलमनगर, चौसा आदि शामिल है. डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन के साथ स्थानीय वार्ड सदस्य, पंचायत सदस्य, मुखिया ने शानदार तरीके से समन्वय किया है. यही वजह है कि हर जगह राहत लोगों तक पहुंचाने में काफी सुविधा हुई है.
राहत शिविर में है हर सुविधा उपलब्ध
जिला में 24 राहत शिविर चलाया जा रहा है. इनमें 13 हजार 131 लोग रह रहे हैं. राहत शिविरों में जनरेटर, दरी, चादर, शौचालय से लेकर मनोरंजन तक की व्यवस्था की गयी है. डीएम ने बताया कि मुरलीगंज में पांच, कुमारखंड में तीन, चौसा में चार, आलमनगर में चार, ग्वालपाड़ा में छह, शंकरपुर में एक तथा मधेपुरा में एक राहत शिविर चलाया जा रहा है. बच्चों के मनोरंजन के लिए विशेष तौर पर राहत शिविरों में टीवी लगाया गया है. उन्होंने कहा कि सरकारी रिपोर्ट के अनुसार अब तक नौ लोग पानी में डूब कर मरे हैं. अधिकांश के परिजनों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चार लाख सहाय राशि उपलब्ध करा दिया गया है. डीएम ने कहा कि अधिकांश मौत की वजह कहीं न कहीं लापरवाही रही है. पानी में खेलने, कूदने या इस तरह के हरकतों की वजह से जान गयी है.

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