तीन माह बाद भी हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं

रायभीर गांव में सात जून को हुई वर्चस्व की लड़ाई में एक युवक की सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी थी शंकरपुर (मधेपुरा) : थाना क्षेत्र रायभीर गांव में सात जून को हुई वर्चस्व की लड़ाई में एक युवक की सरेआम गोली मार कर हत्या के मामले में पुलिस ने भले ही हत्या के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2017 12:37 PM
रायभीर गांव में सात जून को हुई वर्चस्व की लड़ाई में एक युवक की सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी थी
शंकरपुर (मधेपुरा) : थाना क्षेत्र रायभीर गांव में सात जून को हुई वर्चस्व की लड़ाई में एक युवक की सरेआम गोली मार कर हत्या के मामले में पुलिस ने भले ही हत्या के कुछ दिन बाद हत्या के आरोपित को मोजमा चौक से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी.
लेकिन घटना के तीन महीना से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अन्य नौ अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. गौरतलब है कि मंटु हत्या कांड के मामले में मृतक के पत्नी के आवेदन पर दस लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. घटना के बाद से ही पुलिस के द्वारा नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी किया जा रहा है. लेकिन घटना के तीन महीना से अधिक समय बीतने के बाद भी इन सभी नामजद अभियुक्त पुलिस पकड़ से दूर है जो पुलिस की शिथिल रवैये को दर्शाता है.
इश्तेहार चिपका चुकी है पुलिस : नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं होते देख शंकरपुर थाना अध्यक्ष परसुंजय कुमार व एसआइ राम बिलास रमन ने पुलिस बल के साथ कुछ दिन पहले सभी अभियुक्तों के घर पहुचकर इसतिहार चिपकाकर सभी अभियुक्तों को जल्द पुलिस या न्यायलय के समक्ष आत्म समर्पण करने को कहा था. आत्मसमर्पण जल्द नहीं किया जाता है तो सभी अभियुक्तो की घर की कुर्की जब्ती की कार्रवाई किया जायेगा. लेकिन इश्तेहार चिपकाने के बाद भी अभियुक्त न ही पुलिस के पास और न ही न्यायलय में आत्मसमर्पण किया.
अब तक घटना स्थल पर है पुलिस की तैनाती : हत्यारोपित पुलिस की गिरफ्त में नहीं आने के कारण मृतक के परिवार के लोग के बीच मायूसी छायी हुई है. वहीं अभी भी रायभीर गांव में घटना को लेकर किसी ओर अनहोनी की घटना से सहमे हुए हैं.
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने गांव में तनाव को देखते हुए तत्काल पुलिस पदाधिकारी के साथ पुलिस बल को प्रतिनियुक्त कर हरेक गति विधि पर नजर रखने का आदेश दिया था जो घटना के दिन से अभी तक पुलिस पदाधिकारी ओर पुलिस बल प्रतिनियुक्त ही है. जबकि घटना के दिन ही पुलिस अधीक्षक खुद रायभीर गांव पहुचकर मामले की बारीकी से जांच पड़ताल कर अभियुक्त को जल्द गिरफ्तार कर लेने का आश्वासन पीड़ित परिवार को दिया था. मालूम हो कि वर्षों पूर्व से रायभीर गांव में दो पक्षों के बीच खूनी खेल जारी है.

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